लखनऊ। कोरोना महामारी के कारण प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बढ़ा सूचना प्रौद्योगिकी का दखल नए साल में और बिस्तार पाएगा। पढ़ाई के साथ स्कूलों की निगरानी के लिए भी आइटी का सहारा लिया जाएगा। नए साल में उत्तर प्रदेश के 1759 लाख परिषदीय विद्यालयों को ऑनलाइन निगरानी के लिए इन स्कूलों में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से टैबलेट मुहैया कराने की योजना के साकार होने की उम्मीद है। टैबलेट का इस्तेमाल बच्चों की ई.लनिंग और शिक्षकों की बरायोमीट्रिक प्रणाली से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भी किया जा सकेगा।
परिषदीय स्कूलों को मूलभूत सुविधाओं से लैस करने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन कायाकल्प 2021 में परवान चढ़ेगा। सभी परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास संचालित करने का अभियान नए साल में मूर्त रूप ले सकता है। नए साल में आंगनबाड़ी केंद्रों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं संचालित करने की तैयारी जोरशोर से जारी है जहां तीन से छह वर्ष के नौनिहाल खेल और मनोरंजक गतिविधियों के जरिये स्कूली शिक्षा को आत्मसात करने का हुनर सीखेंगे । परिषदीय प्राथमिक स्कूलों की कक्षा एक में एनसीईआरटी की किताबें लागू की जाएंगी। नव वर्ष में परिषदीय स्कूलों के क्लासरूम प्रिंटरिच शैक्षिक सामग्री से सुसज्जित होकर नए कलेवर में नजर आएंगे। नए साल में माध्यमिक स्कूलों को कौशल विकास केंद्रों से जोड़ा जाएगा। विद्यार्थी अपने कोर्स के साथ,साथ इंटर्नशिप भी कर सकेंगे। कक्षा नौ से कक्षा 12 तक के विद्यार्थी अंग्रेजी और कॉमर्स विषय में भी एनसोईआरटो को किताबे पढ़ेंगे । यह बदलाव अप्रैल से लागू होगा। ज्यादातर विषयों में पहले से ही एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जा रही हैं। अप्रैल में उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करेगा जिसका शताब्दी समारोह पूरे वर्ष भर मनाया जाएगा प्रयागगाज से इसका आगाज होगा और समापन लखनऊ में होगा।primary ka master, primary ka master current news, primarykamaster, basic siksha news, basic shiksha news, upbasiceduparishad, uptet
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