दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है। शिक्षामित्र कृष्णपाल सागर तहसील मिलक जनपद रामपुर की। जो विद्यालय जाने के पूर्व ट्राली से लकड़ी उतारकर 200-400 रुपये कमाते हैं। 10000 रुपये मानदेय में परिवार का पालन-पोषण संभव नहीं है। बीस साल अनुभव, प्रशिक्षण और TET /CTET उत्तीर्ण होने के बाद भी शिक्षामित्रों की स्थिति मनरेगा मजदूरों जैसी हो गई है।
यह तस्वीर हुकूमत के चोर होने का पक्का सबूत है,,