नई दिल्ली: कोरोना संकट के चलते इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित उच्च शिक्षण संस्थानों के लड़खड़ाए शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने की पहल तेज हो गई है। जो नई रणनीति बनाई गई है, उसमें कोरोना जैसा कोई नया संकट पैदा नहीं हुआ तो अगले साल यानी वर्ष 2022 में जेईई (ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जाम) व नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) अपने तय समय पर ही होगी। इन संस्थानों में इस साल होने वाली दाखिला प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने पर भी जोर दिया गया है।
शिक्षा मंत्रलय ने यह पहल उस समय तेज की है, जब उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सत्र अपने तय समय से करीब तीन से चार महीने देरी से चल रहा है। वैसे तो दाखिले की यह प्रक्रिया जुलाई-अगस्त तक हर साल पूरी हो जाती थी, लेकिन अभी यह नवंबर-दिसंबर तक ¨खच रही है। सूत्रों की मानें तो मंत्रलय ने इस संबंध में शिक्षाविदों से भी राय मांगी है। माना जा रहा है कि उनकी राय आने के बाद मंत्रलय सत्र को पटरी पर लाने को लेकर और भी जरूरी कदम उठा सकता है।
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