Many schools remained closed in the countryside, which opened, children reached there less: the headmaster in charge suspended
बदायूं। शिक्षकों के न पहुंचने के कारण बृहस्पतिवार को कई परिषदीय स्कूल बंद रहे। ऐसे में स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं को बैरंग होना पड़ा। सबसे ज्यादा खराब हालात देहात क्षेत्र के रहे। इधर जो स्कूल खुले भी उनमें विद्यार्थी काफी कम संख्या में पहुंचे।
शासन ने 16 जून को परिषदीय स्कूल खोलने के निर्देश दिए थे। इसके तहत बृहस्पतिवार को परिषदीय स्कूल खोले जाने थे, पर जिले में शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया गया। यह बात बीएसए के निरीक्षण में साफ हो गई। बीएसए को ब्लॉक दातागंज का प्राथमिक विद्यालय बिरिया डांडी और म्याऊं का उच्च प्राथमिक विद्यालय हर्रामपुर बंद मिला, दातागंज के प्राथमिक विद्यालय घिलौर में सहायक अध्यापक निशि सक्सेना, वंदना यादव गैरहाजिर थीं। जबकि स्कूल में पंजीकृत 311, प्राथमिक विद्यालय सैंजनी में पंजीकृत 228, प्राथमिक विद्यालय भगौतीपुर में पंजीकृत 151, प्राथमिक विद्यालय सुकटिया में पंजीकृत 197, उच्च प्राथमिक विद्यालय मझरा खास में पंजीकृत 129 बच्चों के सापेक्ष कोई बच्चा उपस्थित नहीं मिला।
यही नहीं संविलियन विद्यालय बक्सेना में पंजीकृत 772 बच्चों के सापेक्ष मात्र दो, म्याऊं ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय दुबरी में पंजीकृत 89 बच्चों के सापेक्ष मात्र पांच, प्राथमिक विद्यालय जलेवी नगला में पंजीकृत 119 बच्चों के सापेक्ष मात्र नौ बच्चे उपस्थित मिले।
-
इंचार्ज प्रधानाध्यापक को किया निलंबित
बीएसए डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह को बृहस्पतिवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय हर्रामपुर बंद मिला। इस दौरान बीएसए को ग्रामीणों ने बताया कि यह स्कूल अधिकतर बंद रहता है। विद्यालय के मुख्य द्वार के बाएं साइड पर चहारदीवार टूटी हुई थी। विद्यालय परिसर में अत्यन्त गंदगी थी। ऐसे में बीएसए ने विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक अंशुल अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।