लखनऊ, विशेष संवाददाता। राज्य सरकार प्रदेश के सभी जिलों का नए सिरे से गजेटियर तैयार कराने जा रही है। इसमें जिले से जुड़ी हुई सभी जानकारियां होंगी। मसलन, आबादी, क्षेत्रफल, प्रमुख धार्मिक स्थल व ऐतिहासिक स्थल के साथ ही फसल और विशेषता के बारे में जानकारियां होंगी। विशेष सचिव राजस्व रामकेवल ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत निर्देश भेज दिया है।
राजस्व इस बार कुल 11 भागों में गजेटियर तैयार करा रहा है। गजेटियर में ही जिले के बारे में पूरी और वास्तवित जानकारियां मिल पाती है। पहले भाग में जिले का सामान्य परिचय होगा। इसमें इतहिास, कला एवं संस्कृति, लोक एवं समाज, विभागों के बारे में जानकारी, राजनीतिक परिदृष्य, शिक्षा स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां होंगी। जिले का नाम, उसका गठन और नामांकरण कैसे हुआ इसके बारे में जानकारियां होंगी। जिले की लंबाई व चौड़ाई, प्राकृतिक व कृत्रिम सीमाएं, क्षेत्रफल, मैदानी, पठारी, पर्वतीय भू-भाग के बारे में जानकारी होगी। भूकंप जोन के साथ ही जनसंख्या, पुरुष, महिला की जानकारी होगी। क्षेत्रीय भाषा, धार्मिक समुदाय, त्योहारों व मेलों आदि की जानकारी होगी।
नदी, अस्पताल और खान-पान तक ही होगी जानकारी
गजेटियर में जिले की कुल तहसीलें, विकास खंड, अस्पतालों के नाम, नदी व बांध के बारे में जानकारी होगी। झील, तालाब आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास, खान-पान आदि के बारे में भी जानकारियां दी जाएंगी। फसलों के बारे में जैसे रबी, खरीफ, जायद आदि, बुआई का क्षेत्रफल, कुक्कुट व मत्स्य पालन कार्यक्रम आदि के बारे में भी जानकारियां होंगी।
राजनीति से जुड़ी सभी जानकारियां भी होंगी
इसमें जिले की लोकसभा व विधान सभा सीटों के बारे में जानकारियां होंगी। विधान परिषद के साथ ही जिला पंचायत, स्थानीय निकाय, महापौर, के साथ ही जिले के प्रमुख राजनीतिक लोगों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
डीएम की अध्यक्षता में होगी समिति
राजस्व विभाग ने सभी जिलों में इसके लिए डीएम की अध्यक्षता में समिति का गठन करने का निर्देश दिया है। मुख्य विकास अधिकारी को इसमें सदस्य सचिव नामित होगा। इसके अलावा 13 सदस्य बनाए गए हैं।
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