49 अभ्यर्थियों ने शिक्षक पद पर कराई काउंसिलिंग
सामान्य वर्ग के 19, पिछड़े वर्ग के 24 व अनुसूचित जाति के छह अभ्यर्थी पहुंचे
श्रावस्ती। शिक्षक भर्ती 12,460 में से 79 अभ्यर्थियों को जिले में भी नियुक्ति मिलनी थी। इसके लिए 29 दिसंबर को पहली काउंसिलिंग कराई गई थी। शुक्रवार को शेष पदों के लिए 49 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई।
शिक्षक भर्ती वर्ष 2016 में जिले के लिए 79 शिक्षकों का भी चयन हुआ था। लेकिन पूरी प्रक्रिया विवादित होने के कारण न्यायालय में विचाराधीन हो गई थी। इसके बाद न्यायालय ने अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश दिया था। इसके लिए शुक्रवार को बीएसए कार्यालय में काउंसिलिंग करवाई गई। इसमें 79 के सापेक्ष पहली काउंसिलिंग 29 दिसंबर को कराई गई थी। शेष पदों के लिए शुक्रवार को हुई काउंसिलिंग में 49 अभ्यर्थी पहुंचे। इनमें सामान्य वर्ग में 19, 1 पिछड़ा वर्ग में 24 और अनुसूचित जाति वर्ग में छह अभ्यर्थी शामिल हुए।
बीएसए अमिता सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग की सूचना सभी को दी गई थी, जो अभ्यर्थी आए उनकी काउंसिलिंग कराने के साथ ही अभिलेख जमा कराए गए हैं। अभिलेखों की जांच की जा रही है। पहले आता आदेश तो न होती परेशानी बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से बृहस्पतिवार देर शाम एक आदेश जारी किया गया। जिसमें अभ्यर्थियों को प्रदेश के किसी भी जिले में काउंसलिंग कराने की छूट दी गई। यह आदेश देर से आने के कारण काउंसलिंग में आए अभ्यर्थियों में नाराजगी दिखी।
मेरठ से बच्चे के साथ आईं तनुजा शर्मा, श्वेता व आयुषी चौधरी ने बताया कि शिक्षा निदेशक के इस आदेश की उन्हें जानकारी होती तो इस कड़ाके की ठंड में
वह इतनी दूर नहीं आतीं। मऊ से आईं रतना मिश्रा का कहना था कि जो आदेश देर रात जारी हुआ, वह हो जाता तो वह अपने जिले में ही काउंसिलिंग करातीं। मेरठ से आए आशीष चौधरी ने बताया कि कम मेरिट वाले लोग अपने गृह या नजदीकी जिलों में काउंसिलिंग करा रहे हैं। कानपुर से आईं नीलम पांडे व लखनऊ से आए अंकित मिश्रा का भी था, जो निदेशक का फरमान देर से जारी होने से आहत दिखे।
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