कानपुर,। महाविद्यालयों में शिक्षक बनने से पहले अभ्यर्थियों को खुद अच्छा इंसान बनने की पढ़ाई करनी होगी। इसमें पास होने के बाद ही शिक्षक बनने की पढ़ाई शुरू होगी। इसकी पहल इसी सत्र 2024 25 से हो गई है। छत्रपति शाहू जी विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने पहल करते हुए प्री- महाराज पीएचडी कोर्स वर्क में यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यू को शामिल कर दिया है। यह
सिलेबस तीन क्रेडिट का होगा, जिसे पास करना जरूरी है। सीएसजेएमयू प्रशासन ने सबसे पहले इस कोर्स को प्री-पीएचडी में लागू किया है। इस कोर्स की अनिवार्यता के पीछे मुख्य उद्देश्य मूल्यों पर आधारित शोधों को बढ़ावा देना है। इस कोर्स के माध्यम से छात्र व शिक्षकों में आत्मीयता बनी रहे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को नर्सरी से पीएचडी तक अनिवार्य करने की बात कही गई है।
प्री-पीएचडी कोर्स वर्क में ह्यूमन GG वैल्यू की अनिवार्यता इसी सत्र से लागू कर दी गई है। मूल्यों पर आधारित रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षक और छात्रों के बीच आपसी संबंध अच्छा रहेगा। - डॉ. विशाल शर्मा, मीडिया प्रभारी, सीएसजेएमयू
इन टॉपिक की होगी पढ़ाई
ह्यूमन वैल्यू के साथ स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के आदर्शों को पढ़ाया जाएगा। निर्णय लेने में कैसे दृष्टिकोण अपनाएं, पढ़ाया जाएगा।
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