10 /07 /2020 को
#हाट॔_अटैक से रात्रि 9 बजे उनका देहांत हो गया समायोजन रद्द होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान रहते थे और वह टैट व सुपर टैट भी पास थे और अपने पीछे वृद्ध माता पिता, पत्नी और दो पुत्र एव एक पुत्री छोड़कर चले गये वह अपने पिता के अकेले पुत्र थे उन्होने वह संगठन के सच्चे सिपाही थे हर समय शिक्षा मित्रो के हित के लिए लगातार संघर्ष मे संगठन के साथ रहे
जनपद हमीरपुर ने आज अपना एक और जुझारू भाई खो दिया सरकार की गलत नीति के कारण हमारे शिक्षा मित्र परिवार ने 2500 से अधिक भाई-बहन शहीद हो गए नौकरी परिवार के भरण-पोषण के लिए होती है लेकिन इस नौकरी से परिवार बिखर गए बच्चे अनाथ हो गए !


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