प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में धांधली की जांच कर रही सीबीआइ के तेवर पहली बार सख्त हुए हैं। सीबीआइ के निशाने पर अब चयनित अधिकारी आ गए हैं। गुरुवार को 2015 में एसडीएम पद पर चयनित अधिकारी से गो¨वदपुर स्थित कैंप कार्यालय पर घंटों पूछताछ चली। इसके अलावा आयोग के अपर निजी सचिव व पूर्व परीक्षा नियंत्रक से भी पूछताछ हुई। पूछताछ का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।
यूपीपीएससी में सीबीआइ की टीम ने गुरुवार को दस्तक दिया। तीन सदस्यीय टीम के सदस्य सीधे आयोग स्थित अपने कार्यालय गई। गोपन विभाग से पीसीएस 2015, एपीएस 2010, सीधी भर्ती के अलग-अलग पदों में हुई नियुक्ति की फाइल तलब की। साथ ही पूर्व परीक्षा नियंत्रक से उनके कार्यकाल में हुई गड़बड़ी के बारे में घंटों पूछताछ किया। पूर्व परीक्षा नियंत्रक से यह लगातार पांचवें दिन पूछताछ की गई। वहीं, एसडीएम पद चयनित से उनकी नियुक्ति को लेकर घंटों पूछताछ की गई। उनकी कॉपी में बढ़े नंबर के बारे में पूछताछ हुई। नंबर कैसे बढ़े और किससे सेटिंग करके काम किया गया उसको लेकर प्रश्न दागे गए। इस पर वो असहज स्थिति में नजर आए। वहीं, अपर निजी सचिवों से भी उनके द्वारा की गई गड़बड़ी के बारे में जानकारी ली गई। सीबीआइ की टीम सोमवार को प्रयागराज आकर जांच कर रही है। उसे वर्ष 2012 से 2017 तक की करीब 550 परीक्षाओं व जारी रिजल्टों की जांच करनी है।
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