प्रयागराज: फर्जीवाड़ा करके नौकरी दिलाने वाली दो फर्जी शिक्षक (Primary Ka Master) और अमीर नियामक प्राधिकारी कार्यालय के लिपिक की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ एसटीएफ के रडार पर 100 से अधिक शिक्षक हैं। आरोप है कि इन सभी शिक्षकों (Primary Ka Master) ने फर्जीवाड़ा करके नौकरी हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों के पास से मिले साक्ष्य और बयानों के आधार पर लखनऊ एसडीएम शिक्षकों का सत्यापन कर रही है।
लखनऊ के सीओ एसटीएफ प्रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में फर्जी डिग्री से शिक्षक (Primary Ka Master) की नौकरी दिलाने वाले गिरोह का खुलासा किया था। एसटीएफ के लखनऊ से तीन लोगों को फर्जीवाड़ा करके नौकरी दिलाने के आरोप में जेल भेजा है इसमें गैंग का सरगना फिरोजाबाद निवासी रामनिवास उर्फ राम भैया और आगरा के रविंद्र कुमार ने खुद फर्जी डिग्री से शिक्षक (Primary Ka Master) की नौकरी पाई थी।
तीसरा आरोपी बिहार का संजय सिंह था जो कंप्यूटर एक्सपर्ट था। इनसे पूछताछ के बाद लखनऊ एसटीएफ ने दो दिन पहले प्रयागराज में छापामारी की। सिविल लाइन बस अड्डे से एलन गंज स्थित परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक संजय कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया। चंदौली की रहने वाली संजय पर आरोप था कि जब फर्जी डिग्री का सत्यापन प्रयागराज में आता था तब वह मोटी रकम लेकर सत्यापन कराता था। एक कैंडिडेट के सत्यापन में उसको 50,000 से अधिक रुपए मिलतेथे ।


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