सिद्धार्थ नगर : फर्जीवाड़ा करके शिक्षक बनने वाले छह शिक्षक डेढ़ माह पूर्व पकड़ में आए थे। जांच में पाया गया कि ये लोग फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे थे। जांच के बाद सभी छह लोगों को बर्खास्त करते हुए संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को केस दर्ज कराने के लिए आदेश हुआ था। मगर विभागीय कार्रवाई शिथिल नजर आ रही है, जबकि पुलिस मामले को लेकर एक्टिव है।
बर्खास्त शिक्षकों से धन की रिकवरी की कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग की ओर से दो बार पत्राचार भी किया गया। बीईओ डुमरियागंज की तहरीर पर भवानीगंज पुलिस ने रोहित कुमार त्रिपाठी सहायक शिक्षक पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगलीपुर की ओर से नियुक्ति में प्रस्तुत अध्यापक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र को फर्जी पाए जाने के मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपी मूल रूप से निवासी मेहदवरी कालोनी पोस्ट शिवकुटी जनपद प्रयागराज का स्थायी निवासी है। एसओ भवानीगंज अंजनी कुमार राय के मुताबिक, बीईओ की तहरीर पर केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
अब तक पकड़े में आ चुके हैं 109 फर्जी शिक्षक
कार्रवाई का दौर वर्ष 2017-18 में शुरू हुआ। इसके बाद फर्जीवाड़ा करने वालों की सूची लंबी होती गई। अब तक 109 फर्जी शिक्षक पकड़ में आ चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर विभाग कार्रवाई और जांच में तेजी लाए तो बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक पकड़ में आएंगे।
फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल करने के मामले में बर्खास्त शिक्षक पर बीईओ की तहरीर पर भवानीगंज थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। हालांकि छह फर्जी शिक्षकों में डेढ़ माह में विभाग एक शिक्षक पर ही मुकदमा दर्ज करा पाया है। केस दर्ज होने के बाद अन्य की बेचैनी बढ़ गई है।
0 टिप्पणियाँ