Education news बागपत। जनपद में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर शिक्षक खुद ही अपने नियम बना लेते है। यह अलग-अलग नियम बुधवार को संत रविदास जयंती के शिक्षण कार्य स्थगित वाले अवकाश पर स्कूलों में दिखाई दिए। स्कूल में किसी जगह किसी स्कूल में शिक्षकों ने पहुंचकर रविदास जयंती मनाई तो 90 प्रतिशत स्कूलों पर ताला लटका रहा बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय के कम भी कार्यालय से नदारद रहे।
बच्चे भी पहुंचे और शिक्षकों से पहले पहुंचकर झाडू लगाने लगे। (The children also reached and started sweeping before the teachers.)
शिक्षा विभाग में कई ऐसे अवकाश होते हैं, जिनमें शिक्षण कार्य स्थगित होता है। इनमें गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती, रविदास जयंती, आंबेडकर जयंती शामिल है। इन सभी दिवस में शिक्षण कार्य नहीं होता है, लेकिन इन दिवस को शिक्षकों को स्कूल में पहुंचकर मनाना होता है। बुधवार को रविदास जयंती थी, लेकिन इस पर स्कूलों में शिक्षकों ने अपनी सुविधा के अनुसार नियम बना दिए। किसो स्कूल में शिक्षक व शिक्षिकाएं पहुंचे और रविदास जयंती मनाई गई। मगर, जिले में ऐसे केवल दस प्रतिशत ही स्कूल थे, जहां शिक्षक- शिक्षिकाओं ने रविदास जयंती मनाई। इसके अलावा ऐसे भी कई स्कूल थे, जहां बच्चों को शिक्षण कार्य स्थगित होने के बारे में नहीं बाया गया था। इसलिए ही शिक्षकों से पहले बच्चे पहुंच गए और वहां झडू लगाने लगे। 90 प्रतिशत ऐसे स्कूल थे, जहां बुधवार को दिनभर ताला लटका रहा।
बिलौचपुरा में लगाई झाडू, बागपत समेत कई जगह मनाई जयंती: बिलौचपुरा के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में बुधवार सुबह को शिक्षकों से पहले बच्चे पहुंच गए और झाड़ू लगाते हुए सफाई करने में जुट गए। बागपत के प्राथमिक विद्यालय तीन में अधिकतर शिक्षकों ने पहुंचकर रविदास जयंती मनाई। हबीबपुर नंगला के उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों ने रविदास जयंती मनाई आदर्श प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में शिक्षिका पहुंची थी। कई अन्य स्कूलों में शिक्षकों ने रविदास जयंती मनाई।