प्राइमरी के शिक्षक स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के समय किताबें ढो रहे हैं। जबकि स्कूलों तक किताबें पहुंचाने की जिम्मेदारी बीईओ को दी गई है। विभाग ने किताबें पहुंचाने का बजट भी दिया है। इसके बावजूद लखनऊ के कुछ बीईओ कार्यालय से शिक्षकों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर किताबें ले जाने का दबाव डाला जा रहा है। इससे शिक्षकों में भारी आक्रोश है।
जोन चार बीईओ कार्यालय से डब्लूआरसी सआदतगंज के निकट के स्कूल प्रधानाध्यापकों के मोबाइल पर मैसेज भेजा गया कि वो खुद आकर किताबें ले जाएं। बच्चों को वितरित कराएं। कुछ शिक्षकों ने आपत्ति जतायी लेकिन कार्रवाई के डर से किताबें खुद लेकर आए। अब स्कूलों में आने वाले बच्चों को किताबें बांट रहे हैं।
इसी तरह मोहनलालगंज के बीईओ कार्यालय से गौतमखेड़ा के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों के प्रधानाध्यापक के मोबाइल पर मैसेज भेजा गया कि वह गोविन्दपुर से किताबें लेकर बच्चों को वितरित करें।
प्रत्येक बीईओ को अपने इलाके के स्कूलों में किताबें पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी। शिक्षकों को किताबें नहीं लानी थी। शिक्षकों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि ऐसा है तो इसकी पड़ताल कराएंगे।
अरुण कुमार, बीएसए
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