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उपेक्षा 👉 एक अनुदेशक के भरोसे है 267 बच्चों का भविष्य, BSA का आया यह जवाब

श्रावस्ती।


जिले का शिक्षा विभाग परिषदीय स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिए जाने का दावा कर रहा है। लेकिन शिक्षकों की कर्मी विभागीय दावे से विपरीत है। जिले का एक ऐसा विद्यालय है जहां सैकड़ों बच्चों का भविष्य महज एक महिला अनुदेशक के भरोसे पर टिका हुआ है।

शिक्षा क्षेत्र सिरसिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय चिल्हरिया में अध्ययनरत बच्चों का भविष्य गर्त में दिख रहा है। यहां बच्चों को गणित, अंग्रेजी, विज्ञान जैसे प्रमुख विषयों की पढ़ाई नहीं मिल पा रही है। जिसका मुख्य कारण यहां एक भी शिक्षक की तैनाती न होना है। विद्यालय में महज एक महिला अनुदेशक फहमीदा इकबाल की तैनाती है। जबकि यहां कक्षा छह से आठ तक कुल 267 बच्चे नामांकित हैं। जब यहां शिक्षक ही नहीं है तो इन बच्चों को किस स्तर की पढ़ाई मिल रही होगी सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

विद्यालय का प्रभार दूसरे विद्यालय में तैनात शिक्षक देख रहे हैं। वर्ष 2013 में यहां स्थायी रूप से तैनात रहे प्रधानाध्यापक राजेश्वरी प्रसाद मौर्य के बाद किसी भी शिक्षक की तैनाती स्थायी रूप से नहीं हुई है। लगातार यहां इन्जार्च के रूप में शिक्षक प्रभार देखते आ रहे हैं। 2020 से यहां कोई शिक्षक नहीं आया है। अकेले महिला अनुदेशक फहमीना इकबाल ही बच्चों को सम्हाल रही हैं।

ऐसे में यहां अध्ययनरत 267 बच्चों का भविष्य अंधकार में है। अनुदेशक का कहना है कि बच्चों की संख्या अधिक है। किसी तरह से उन्हें सम्हालती हूं। यहां कम से कम दो शिक्षकों की तैनाती हो जाय तो बच्चों की पढ़ाई ठीक हो सके।

बालिका शौचालय का दरवाजा टूटा-

विद्यालय में बने बालिका शौचालय का हाल बेहाल है। शौचालय में सामने का दरवाजा सालों से टूटा पड़ा है। वहीं अंदर गंदगी व्याप्त है। दरवाजा टूटा होने से बालिकाएं शौचालय का उपयोग नहीं करती। सरकार बेहतर शिक्षा के लिए विद्यालयों में सभी संसाधन मुहैया करा रही है। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीतना के चलते संसानधन बदहाली से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं विद्यालय में दिव्यांगों के लिए अलग से शौचालय बनाया गया है। लेकिन आज तक उसमें दरवाजा नहीं लगा है। वहीं शौचालय के अन्दर न तो वाटर सप्लाई दी गई है और न ही पानी की टंकी ही रखाई गई है।

कक्षावार नामांकित बच्चों की संख्या

कक्षा- बालक+बालिका = योग

6 - 39 +29 =68

7- 48+39= 87

8- 62+ 50= 112

उच्च प्राथमिक शिक्षकों की कमी है। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय चिल्हरिया में शिक्षक को लेकर समस्या बनी हुई है। इस विषय में बीएसए मैडम से बात हुई है। जहां शिक्षक अधिक हैं उस प्राथमिक विद्यालय से शिक्षकों को जल्द ही इस विद्यालय में भेजा जाएगा।

राजीव कुमार ओझा, एबीएसए, सिरसिया

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