लखनऊ। प्रदेश में 12,460 शिक्षक भर्ती में छूटे अभ्यर्थियों के लिए हो रही काउंसिलिंग प्रक्रिया में अलग-अलग नियम अपनाए जाने का आरोप लगा है। मनमानी से नाराज अभ्यर्थी बृहस्पतिवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे। उन्होंने महानिदेशक कंचन वर्मा और बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल से मुलाकात कर एक ही नियम से खाली पदों को भरने की मांग की। अभ्यर्थियों ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर विभाग ने खाली पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू की है।
27 दिसंबर तक अंतिम चयन सूची तैयार करके जिला स्तर पर अपलोड करनी थी। पर 28 दिसंबर को भी यह प्रक्रिया जारी रही। 29 दिसंबर को अभिलेख परीक्षण होना है। हालत यह है कि कुछ बीएसए ने सभी अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में बुलाया है तो कुछ ने सीटों से भी कम अभ्यर्थी बुलाए हैं।
अभ्यर्थियों ने इन विसंगतियों की तरफ महानिदेशक का ध्यान आकृष्ट कराया। महानिदेशक ने कहा कि सभी जगह एक समान नियम से ही काउंसिलिंग होगी। हाल ही में सभी बीएसए के साथ बैठक भी हुई है। इसमें पद के सापेक्ष अभ्यर्थी चयनित किए जाएंगे।
अभ्यर्थियों ने बताया कि महानिदेशक ने आश्वासन दिया है कि अगर सीटें नहीं भरती हैं तो अन्य संबंधित अभ्यर्थियों को भी मौका दिया जाएगा। गौरतलब है कि अभिलेख परीक्षण के बाद योग्य पाए गए अभ्यर्थियों को 30 दिसंबर को नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा।
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