फतेहपुर। नगर के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। नगर क्षेत्र में 218 के सापेक्ष सिर्फ 39 शिक्षक कार्यरत हैं। 17 विद्यालयों को शिक्षक का इंतजार है। संबद्ध शिक्षक सिर्फ मिड-डे मील पकवाने तक सीमित हैं।
आरटीई के मानक के अनुसार 30 छात्र-छात्राओं पर एक शिक्षक की नियुक्ति हाेनी चाहिए, लेकिन नगर क्षेत्र के स्कूलों में 2011 के बाद से शिक्षकों की तैनाती न होने से 80 फीसदी पद खाली हो चुके हैं। एक ही शिक्षक अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विषय समेत सभी विषय पढ़ा रहा है। इन पर मिड-डे मील बनवाने, डीबीटी पोर्टल से अभिभावकों के खाते में रुपये ट्रांसफर करवाने के साथ हाउस होल्ड सर्वे की भी जिम्मेदारी है।
फतेहपुर नगर क्षेत्र के 37 स्कूलों के 5929 बच्चों के पढ़ाने के लिए सिर्फ 39 शिक्षकों की तैनाती है। बिंदकी नगर के छह स्कूलों के 633 बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं।
कंपोजिट विद्यालय कांशीराम काॅलोनी में कक्षा एक से आठ के 163 बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं हैं। यहां पर एक शिक्षामित्र संबद्ध है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय मसवानी में 118 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। यहां पर भी एक शिक्षामित्र संबद्ध है।
रिपोर्ट बनाने से नहीं फुर्सत
शहर के जिन स्कूलों में शिक्षक हैं, उनमें भी मात्र एक शिक्षक की नियुक्ति है। शिक्षक को विभागीय रिपोर्ट बनाने से फुर्सत नहीं है। ऐसे में नगर क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ाई चौपट है। यहां सिर्फ मिड-डे मील परोसा जा रहा।
नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर जिले से लेकर शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। विभाग नगर क्षेत्र में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर संवेदनशील है। जून तक नगर क्षेत्र में शिक्षकों की नियुक्ति हो जानी चाहिए। -पंकज यादव, बीएसए
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