बहराइच। शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की वजह से बहराइच ने सितंबर में सर्वश्रेष्ठ रैंक हासिल की है। इसको लेकर नीति आयोग ने आकांक्षात्मक जिले को तीन करोड़ के पुरस्कार से नवाजा गया है। बीते पांच सालों में निर्धारित सूचकांकों के बेहतर करने पर 17 करोड़ रुपये बहराइच को पुरस्कार के रूप में अतिरिक्त बजट आयोग की ओर से दिया गया है। डीएम मोनिका रानी ने इस उपलब्धि प खुशी जताई है।
प्रदेश के आठ आकांक्षात्मक जिलों में बहराइच भी शामिल है। सीमित संसाधनों के बावजूद हर बार नीति आयोग की ओर से निर्धारित सूचकांकों में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। डीएम मोनिका रानी ने प्रभार संभालने के बाद से ही नीति आयोग के सभी सूचकांकों पर बेहतर कार्य को लेकर लगातार निगरानी कर रही है। इसका नतीजा रहा है कि सितंबर में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए बहराइच ने सर्वश्रेष्ठ रैंक हासिल किया है।
इस पर नीति आयोग ने तीन करोड़ रुपये का पुरस्कार बहराइच को दिया है। इस धन का उपयोग जनसुविधाओं की बेहतरी पर किया जाएगा। 2018 में आधारभूत संरचना में जनपद को प्रथम रैंक प्राप्त होने पर 03 करोड़, माह जून 2020 में समग्र रूप से जनपद की तृतीय रैंक पर एक करोड़, जून-जुलाई 2021 में कृषि एवं जल संसाधन के क्षेत्र में पांचवी रैंक प्राप्त होने पर तीन करोड़, जुलाई-अगस्त 2021 में समग्र रूप से सातवीं रैंक प्राप्त होने पर दो करोड़, अगस्त 2022 में कृषि एवं जल संसाधन के क्षेत्र में पांचवी रैंक प्राप्त होने पर 03 करोड़, अक्टूबर 2022 में मुख्यमंत्री डैश बोर्ड पर जनपद को पांचवीं रैंक प्राप्त होने पर दो करोड़ की सहायता राशि प्राप्त हो चुकी है। पांच सालों में अब तक जिले को 17 करोड़ रुपये पुरस्कार के रूप में मिल चुका है।
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