लखनऊ। भाजपा उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ने बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण के लिए किताबों की छपाई के ठेके में गंभीर अनियमितता का आरोप लगाया है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय सिंह बिन्नू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अधिकारियों पर टेंडर की शर्तों के विपरीत कुछ चुनिंदा फर्मों को लाभ पहुंचाने की शिकायत की है।
विजय सिंह का कहना है कि पाठ्य पुस्तक प्रकाशन के आमंत्रित की गई निविदा की शर्तों में साफ है कि जो भी निविदा दाता एल-1 की दरों पर कार्य करने के लिए सहमति देगा उन्हें आवश्यक रूप से कम से कम पांच प्रतिशत किताबें छापने का ठेका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 22 निविदा दाताओं ने एल-1 की दर पर कार्य करने की सहमति दी थी। इसके बाद भी मात्र सात फर्मों को ही 350 करोड़ रुपये का काम आवंटित किया गया।
जबकि शेष 15 निविदादाता इस कार्य को गत कई वर्षों से करते रहे हैं, फिर भी उनकी सात क्षमता को नजरअंदाज किया गया। उनका कहना है कि जब केवल फर्मों को ही काम देना था तो विभाग ने सभी फर्मों से एल-1 की रेट पर काम करने का सहमति पत्र क्यों लिया। उनका आरोप है कि चार फर्मों को 80 फीसदी काम दिया गया है जबकि तीन फर्मों को कुल 20 फीसदी काम देकर नियमों का उल्लंघन किया है।
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