आगराः बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) की ड्यूटी काटने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे बाबू ने होशियारी दिखाई। आफिस से निकलकर सैलून पहुंचा और रिश्वत लेकर वहां शिक्षक को बुलाया। बाबू की चालबाजी न चल पाई। शिक्षक के साथ चल रही विजिलेंस ने नोट पकड़ते ही धर दबोचा। पकड़े गए बाबू गिरजेश नागर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
मूल रूप से सिंचाई विभाग के नलकूप निर्माण खंड के पंप आपरेटर (टेक्नीकल) गिरजेश नागर वे वर्ष से सदर तहसील के मतदाता पंजीकरण केंद्र (वीआरसी) कार्यालय में तैनात बीआरसी कार्यालय में दो वर्ष से सम्बद्ध है। बरौली अहीर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय झील में में तैनात सहायक शिक्षक जीशान अली की बीएलओ में ड्यूटी लगाई गई। थी। वृद्ध पिता की तबीयत खराब रहने के चलते जीशान अली ने ड्यूटी कटवाने के लिए गिरजेश से संपर्क किया। इसकी एवज में उसने 15 हजार रुपये की मांग की। बाद में 10 हजार रुपये में राजी हो गया। अन्य लोगों को बाबू के चक्कर काटते देख जीशान अली ने सबक सिखाने के लिए विजिलेंस में शिकायत की। बुधवार को जीशान तहसील पहुंचे तो गिरजेश ने तहसील के बाहर सैलून पर बुलाया। इसके बाद विजिलेंस टीम ने वहां जाल बिछाया। जैसे ही बाबू ने 10 हजार रुपये पकड़े, टीम ने उसे दबोच लिया। एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया, कर्मचारी गिरजेश पर भ्रष्टाचार की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित को गुरुवार मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बाबू बोला, ऊपर तक जाता है हिस्सा
घूस लेते गिरफ्तार किए गए गिरजेश ने पूछताछ में बताया कि बीएलओ की ड्यूटी कटवाने से मिलने वाली रकम का हिस्सा ऊपर तक जाता है। रिश्वत का हिस्सेदार कौन-कौन है, यह नहीं बताया। एसपी विजिलेंस ने बताया कि इसकी जांच की जाएगी
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