कानपुर। नगर के 1711 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में से 773 के बंद करने की तैयारी कर ली गई है। इनको पास के स्कूलों में समायोजित किया जाएगा। शिक्षक संघों ने इनका विरोध शुरू कर दिया है। इनका मानना है कि इससे छात्र संख्या और घटेगी।
शहर में कुल स्कूलों की संख्या 1711 है। इनमें 8401 शिक्षक हैं। स्कूल महानिदेशक ने 773 विद्यालयों की एक सूची जारी की है, जिसमें 2023 और 2024 की नामांकन संख्या दी गई है। इनमें छात्र संख्या 50 से कम है। इनको पास के विद्यालयों में विलय किया जाना है। इसके लिए प्रस्ताव मांगा गया है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक महासभा के परिषदीय शिक्षकों ने 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को बंद करने की योजना का विरोध किया है। प्रांतीय संयोजक अनुग्रह त्रिपाठी ने बताया कि आरटीई के मानक के अनुसार, प्रत्येक ग्रामीण अंचल में परिषदीय विद्यालयों को खोला गया है। महासभा ने कहा कि यदि स्कूलों का विलय किया गया तो इसका विरोध होगा। रोष जताने वालों में दिनकर त्रिवेदी, अर्चित रेप पर शुक्ल, नेहा गुप्ता, शिल्पी कटियार, अभिषेक सैनी, मनीष निगम, पढ़ें दीपक चौहान, विनय प्रकाश, मनीषा वर्मा रहे।
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