लखनऊ, । निजी स्कूल में सातवीं के छात्र ने ऑनलाइन गेम खेल कर करीब पांच लाख रुपये गवां दिए। छात्र से एक व्यक्ति ने गेमिंग आईडी बनवाने के नाम पर रुपये ट्रांसफर कराए थे। माता-पिता के मोबाइल में लोड बैंकिंग एप का इस्तेमाल कर छात्र ने रुपये ट्रांसफर किए। ट्रांजेक्शन डिटेल से परिवार को पता चला। छात्र से पूछताछ करने के बाद इन्दिरानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इन्दिरानगर निवासी छात्र के पिता एक सरकारी विभाग में तैनात हैं। छात्र को गेम ऑनलाइन गेम खेलने का शौक है। माता-पिता के मोबाइल के अलावा कम्प्यूटर की मदद से कई बार गेम खेला था। इस दौरान छात्र को प्रकाश महराना का मैसेज मिला। जिसने नई स्टेज पार करने के लिए गेमिंग आईडी बनाने के लिए कहा। पूछने पर बताया कि नई आईडी से बड़े इनाम जीत सकोगे। प्रकाश के झांसे में फंस कर छात्र परिवार को बिना बताए आरोपी के खाते में रुपये ट्रांसफर करने लगा। परिवार के मुताबिक 24 अगस्त को पहली बार छात्र ने प्रकाश के खाते में रुपये ट्रांसफर किए थे। छात्र ने परिवार को बताया कि 24 से चार सितंबर के बीच कई बार रुपये भेजे थे। बैंक डिटेल से पता चला कि मां के खाते से दो लाख 30 हजार और पिता के खाते से करीब दो लाख 60 हजार रुपये ट्रांसफर हुए थे। इंस्पेक्टर इन्दिरानगर सुनील तिवारी ने बताया कि छात्र की मां ने तहरीर दी है। जिसके आधार पर आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
अभिभावक बरतें सावधानी
● बच्चों को मोबाइल या कम्प्यूटर देने के बाद उनकी एक्टिविटी पर नजर रखें
● कम्प्यूटर की हिस्ट्री चेक करें। जिससे पता चलेगा कि कौन सी वेबसाइट का इस्तेमाल हुआ
● मोबाइल पर बैंक एप के बारे में जानकारी बच्चों से साझा नहीं करें
● एप को खोलने के लिए बनाया गया पासवर्ड या पिन भी न बताएं
● बैंक से आने वाले ट्रांजेक्शन मैसेज पर नजर रखें
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