राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाओं का प्रश्नपत्र तैयार की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है। भर्ती परीक्षा के लिए अब अलग-अलग चार सेटों में प्रश्नपत्र तैयार कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा कैबिनेट बाई सर्कुलेशन प्रस्ताव को मंज़ूरी दिए जाने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (प्रक्रिया विनियमन) संशोधन अध्यादेश 2024 को मंज़ूरी दे दी है।
प्रमुख सचिव विधायी अतुल श्रीवास्तव ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इससे पीसीएस परीक्षा टलना तय हो गया है। अधिसूचना के मुताब़िक लोकसेवा आयोग द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग-अलग रंग और कोड के पेपर चार सेटों में तैयार करवाए जाएंगे। इनमें से किन्हीं दो को छपवाया जाएगा। ये पेपर सेटर एक ही स्थान के नहीं होंगे। पेपर सेटर से मिले मुहरबंद प्रश्नपत्र परीक्षा नियंत्रक की देखरेख में रखे जाएंगे। चारों पेपर सेटर से मिले प्रश्नपत्रों के मुहरबंद लिफाफे उनसे संबद्ध मॉडरेटर (प्रश्नपत्रों को सरल या कठिन के लिहाज से एक स्तर पर लाने वाले) को उनसे रसीद लेकर दिए जाएंगे। मॉडरेटर चारों प्रश्नपत्रों को नियमानुसार करेगा। उन्हें अलग-अलग पैकेट में रखकर अपनी मुहर लाएगा। आवरणों पर पहचान का कोई चिह्न नहीं लगाएगा और उन्हें परीक्षा नियंत्रक या उसके नामित व्यक्ति को रसीद लेकर सौंप देगा। परीक्षा नियंत्रक किसी विषय के किन्हीं दो प्रश्नपत्रों को मुहरबंद लिफाफे को खोले बिना चुनेगा। उन्हें उसी रूप में दो भिन्न-भिन्न प्रिंटिंग प्रेस को भेज देगा।
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