लखनऊ:
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के छात्रों को अब टाट-पट्टी पर पालथी मारकर, कमर व सिर झुकाकर नहीं लिखना पढ़ेगा। अब उन्हें भी फर्नीचर उपलब्ध कराया जाएगा। वे डेस्क और बेंच पर आराम से बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। कक्षा एक से कक्षा पांच तक के विद्यार्थियों की सुविधा के अनुसार इसे बनवाया जाएगा। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इसके लिए ब्योरा मांगा गया है। अभी उच्च प्राथमिक स्कूलों में ही यह सुविधा है। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की
ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द इसके संबंध में जानकारी भेजें। कुछ विद्यालयों में विभिन्न कंपनियों व स्वयंसेवी संस्थाओं ने कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत फर्नीचर की व्यवस्था की है। ऐसे में सभी जिले यह जानकारी देंगे कि कितने स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था करनी है और वर्तमान में कितने विद्यार्थी पंजीकृत हैं। फिलहाल इसका संपूर्ण ब्योरा जल्द उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं।
प्रदेश में कुल 1,11,614 परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 1.04,93,389 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं 45,651 उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में 43,14,803 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इन सभी के लिए फर्नीचर उपलब्ध कराया जा चुका है। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि आपरेशन कायाकल्प में विद्यालयों को बेहतर ढंग से चमकाया गया है और सिर्फ प्राथमिक स्कूलों में छात्रों के लिए फर्नीचर की सुविधा नहीं है। अगर बेसिक शिक्षा विभाग जल्द प्राथमिक स्कूलों में भी विद्यार्थियों को फर्नीचर उपलब्ध कराएगा तो उन्हें बड़ी राहत
मिलेगी।
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