रामपुर। निरीक्षण के दौरान परिषदीय स्कूलों में मिली खामियों पर मांगे गए जवाब का संतोषजनक जवाब न देने पर बीएसए ने हेडमास्टर समेत पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। पांच शिक्षकों के निलंबन से शिक्षकों में खलबली मच गई है।
खंड शिक्षाधिकारियों ने अक्तूबर में अपने-अपने क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान स्कूलों में तमाम खामियां सामने आई थीं, जिस पर खंड शिक्षाधिकारियों ने कार्रवाई की संस्तुति की थी, जिस पर बीएसए ने पांच शिक्षकों से जवाब तलब किया था, लेकिन उक्त शिक्षक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिस पर अब बीएसए राघवेंद्र सिंह ने हेडमास्टर समेत पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया।
बीएसए ने सैदनगर के करनपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय की हेडमास्टर उर्मिला सागर को निलंबित कर दिया। उन पर शिक्षिका के गैर हाजिर होने के बाद उनकी अनुपस्थिति न लगाकर उपस्थिति का कालम खाली छोड़ दिया था। बीएसए के अनुसार उनके स्पष्टीकरण में दिसंबर 22 के पत्र का उल्लेख किया गया था, जिसमें उन्होंने ग्राम प्रधान के स्थान पर हराम ग्राम प्रधान लिख दिया था। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी सौंपी गई है। जांच अधिकारी चमरौआ के खंड शिक्षाधिकारी को बनाया है।
इसी तरह स्वार के साल्वेनगर के उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अनीस अहमद को भी अनियमिता पर निलंबित कर दिया। सैदनगर के अलीपुरा गांव की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका वैशाली यादव को निलंबित किया गया है। उन पर स्कूल से गैरहाजिर रहने का आरोप है।
इसके अलावा पूर्व माध्यमिक विद्यालय खाता संविलियन की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका ज्योति खुराना को भी निलंबित किया गया है। उन पर बच्चों को न पढ़ाने समेत कई आरोप लगाए गए हैं। स्वार के महमूदपुर गांव के इंचार्ज प्रधानाध्यापक मोहम्मद रईस को भी निलंबित कर दिया है।
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