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आधार कार्ड न होने से परिषदीय स्कूलों में बच्चों के दाखिले में अड़चन, अभिभावक परेशान

मथुरा: आधार कार्ड न होने से परिषदीय स्कूलों में बच्चों के दाखिले में अड़चन, अभिभावक परेशान"

मथुरा। नए शैक्षिक सत्र में परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का दाखिला कराने में अभिभावकों को आधार कार्ड की कमी के कारण परेशानी हो रही है। जिन बच्चों का आधार कार्ड नहीं बना है, शिक्षक उनका प्रवेश लेने से इनकार कर रहे हैं। अभिभावकों को 15 दिन के भीतर आधार कार्ड बनवाकर जमा करने की शर्त पर बच्चों को स्कूल में केवल बैठने की अनुमति दी जा रही है।



नया शैक्षिक सत्र एक अप्रैल से शुरू हो चुका है। विभागीय अधिकारी बच्चों के नामांकन को बढ़ाने के लिए शिक्षकों को "स्कूल चलो अभियान" और घर-घर जाकर अभिभावकों को प्रेरित करने के निर्देश दे रहे हैं। अभिभावक भी अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन कुछ बच्चों के पास आधार कार्ड न होने के कारण उनका प्रवेश रुक रहा है। शिक्षकों का कहना है कि बिना आधार कार्ड के दाखिला लेने पर उनकी अपार आईडी और यू-डायस पर एंट्री करना संभव नहीं होगा। साथ ही, आधार के बिना छात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पाएगा।

पिछले साल घटी थी नामांकन संख्या

शैक्षिक सत्र 2023-24 में जिले के 1536 परिषदीय विद्यालयों में 1,35,133 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। वहीं, सत्र 2024-25 में यह संख्या घटकर 1,18,233 रह गई। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक में प्रवेश के लिए बच्चों की न्यूनतम आयु 6 वर्ष निर्धारित की गई है। इससे कम उम्र के बच्चों को कक्षा एक में दाखिला नहीं मिल सकता। शिक्षकों के मुताबिक, कम दाखिले का यह भी एक बड़ा कारण रहा।

आधार कार्ड के लिए चल रहा विशेष अभियान

परिषदीय स्कूलों में बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नए सत्र में हाउसहोल्ड सर्वे, स्कूल चलो अभियान और शारदा अभियान के जरिए स्कूल से बाहर रह गए बच्चों को चिह्नित कर उनका दाखिला कराया जाएगा। सभी ब्लॉक संशाधन केंद्रों (बीआरसी) पर बच्चों के आधार कार्ड बनवाने की व्यवस्था की जा रही है।

- सुनील दत्त, बीएसए

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