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प्रधानाध्यापक फिल्म दिखाकर स्कूल के रसोइयों को देंगे प्रशिक्षण

पीएमपोषण (मध्याह्न भोजन) योजना के तहत कार्यरत रसोइयों का प्रशिक्षण कराया जाएगा। जनपद के सभी रसोइयों की सूची खंड शिक्षाधिकारियों से मांगी गई है। बीएसए की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन) योजना छात्र-छात्राओं के पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़ी होने के कारण महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील योजना है।


इसके दृष्टिगत भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से से समय-समय पर विद्यालय में कार्यरत रसोइयों को नवीन पोषणा प्रशिक्षण फिल्म के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता रहा है।

इसके अतिरिक्त जागरूकता एवं प्रशिक्षण के लिए डाक्यूमेंट्री फिल्म का प्रयोग किया जाएगा। सभी रसोइयों का प्रशिक्षण फिल्म के माध्यम से विद्यालय स्तर पर किया जाएगा। प्रधानाध्यापक अध्यापक इस प्रशिक्षण को देंगे। इंचार्ज बीएसए देवव्रत सिंह के अनुसार प्रशिक्षण फिल्म/डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाने के बाद प्रधानाध्यापक इंचार्ज अध्यापक की ओर से कई बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित कराया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से रसोइयों द्वारा भोजन पकाने से पूर्व गैस या स्टोव बर्नर एवं रेग्यूलेटर आदि की जांच करना। भोजन पकाने में एलपीजी का प्रयोग करना शामिल है। 

इसके अतिरिक्त भोजन पकाने में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना, रसोई में चूहे, छिपकली एवं कीड़े मकौडे इत्यादि न हों। भोजन ढक कर ही पकाया जाए तथा पका हुआ भोजन ढक कर रखा जाए जैसे विषय का विशेष ध्यान दिया जाना है। भोजन पकाने में आयोडीन युक्त नमक, सील बंद एवं एगमार्क तेल, मसाले का ही प्रयोग किया जाये, इस बात को भी बताया जाएगा।

प्रशिक्षण में इसकी भी जानकारी दी जाएगी कि मेन्यू के अनुसार निर्धारित दिवस पर रोटी अवश्य बनायी जाये तथा यह ध्यान दिया जाए कि रोटी न तो कच्ची रहे और न जली हो। बच्चों को भोजन परोसने से पूर्व रसोइया/अध्यापक/अभिभावक द्वारा अनिवार्य रूप से चखा जाये। विद्यालयों में बच्चों को भोजन परोसने से पूर्व उनके हाथ अवश्य धुलवाए जायें। डायनिंग शेड अथवा विद्यालय के बरामदे में बच्चों को पंक्तिबद्ध रूप से बिठाया जाए तथा बैठने के लिए विद्यालय में उपलब्ध टाट पट्टी का उपयोग किया जाये। बच्चों को बिना किसी भेद-भाव के सौहार्दपूर्ण वातावरण में एक साथ बैठाकर ही भोजन कराने का प्रशिक्षण शामिल है। रसोइयों को बताया जाएगा कि बच्चों को ताजा पका हुआ गर्म भोजन समयानुसार तैयार कर मध्यावकाश में वितरित किया जाये। रसोइ में रसोइयों के अलावा अन्य किसी व्यक्ति को प्रवेश न करने करने देने की हिदायत दी जाएगी। रसोइयों का प्रशिक्षण होने के उपरांत महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पुनर्बलन के लिए फीडबैक भी लिया जाएगा।

रसोइयों से पूछे जाएंगे प्रश्न प्रशिक्षण के बाद सभी रसोइयों से प्रश्न भी पूछे जाएंगे। उन प्रश्नों में एक रसोइया को रसोईघर में जाने से पूर्व क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

रसोईघर की सफाई कैसी करनी चाहिए? जैसे प्रश्न शामिल हैं। इसके अतिरिक्त खाना बनाने से पूर्व अनाज व सब्जी को कैसे साफ करना चाहिए? अनाज व अन्य खाद्य सामग्री का रख-रखाव कैसे करना चाहिए? खाद्य पदार्थों की जांच कैसे करेंगे? भोजन पकाने के बाद उसे कैसे रखे? भोजन परोसते समय किन बातों पर ध्यान देना चाहिए? रसोइयां को अपनी स्वयं की सफाई के लिए किन-किन बातों पर ध्यान देना चाहिए? रसोईघर की सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम करना चाहिए? जैसे सवाल भी पूछे जा सकते हैं। विकास खंड में कार्यरत समस्त रसोइयों का प्रशिक्षण प्रधानाध्यापक / इंचार्ज अध्यापक के माध्यम से पूर्ण कराते हुए प्रशिक्षित रसोइयों की संकलित सूचना 15 नवंबर तक प्राधिकरण को उपलब्ध कराई जाएगी।

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