कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न केंद्रों पर अंडमान और लद्दाख तक से छात्र आ रहे हैं। एसएससी मध्य क्षेत्र की ओर से ऐसे अभ्यर्थियों पर खास नजर रखी जा रही है जो अपना राज्य छोड़कर और इतनी लंबी दूरी तय करके परीक्षा देने आ रहे हैं। परीक्षा से पहले परीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों को इन अभ्यर्थियों के लिए खासतौर से अलर्ट किया जा रहा है ताकि किसी प्रकार के अनुचित लाभ की गुंजाइश न रहे।
आधार प्रमाणीकरण की व्यवस्था लागू होने के बाद हुई कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) 2024 और सेलेक्शन पोस्ट फेज XIII 2024 भर्ती की कंप्यूटर आधारित प्रथम चरण की परीक्षा में अंडमान और निकोबार, लद्दाख, मेघालय, गोवा, आसाम, तमिलनाडु और तेलंगाना आदि राज्यों तक के छात्र मध्य क्षेत्र के अंतर्गत यूपी और बिहार में आए थे। सीजीएल में 21,472 जबकि सेलेक्शन पोस्ट फेज XIII में 16,614 अभ्यर्थी बाहर के थे। इनमें यूपी और बिहार की सीमा से लगे राज्यों के अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है लेकिन दूरदराज के छात्र भी कम नहीं है। सीजीएल में ही देखें तो आन्ध प्रदेश के 203, जम्मू और कश्मीर से 60, अंडमान और निकोबार से छह, आसाम से 176, दादरा और नगर हवेली के छह दमन और दीव से एक, लक्ष्यद्वीप से एक और पुडुचेरी से चार छात्र आए थे। झारखंड से सर्वाधिक 6896, दिल्ली 2902, पश्चिम बंगाल 2036, मध्य प्रदेश 2020, राजस्थान 1952 और हरियाणा 1904 छात्र थे। वहीं सेलेक्शन पोस्ट फेज XIII में सर्वाधिक राजस्थान के 3908, 3378 झारखंड, दिल्ली 1690, मध्य प्रदेश से 2641 छात्र थे। एसएससी मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ऐसे अभ्यर्थी जिनका वर्तमान पता यूपी और बिहार में न होकर दूसरे राज्यों में था उनकी खास निगरानी की जा रही है।


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