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तेरह स्कूलों में शून्य और 110 में केवल एक शिक्षक

प्रयागराज जिले के 13 परिषदीय स्कूल शिक्षकविहीन हैं जबकि 110 स्कूल केवल एक शिक्षक के सहारे हैं। शिक्षकविहीन 13 विद्यालयों में से सात प्राथमिक और छह उच्च प्राथमिक स्तर के हैं। वहीं, एकल शिक्षक वाले स्कूलों में 65 प्राथमिक, 44 उच्च प्राथमिक और एक कंपोजिट विद्यालय है। यू-डायस रिपोर्ट के मुताबिक सबसे खराब स्थिति नगर क्षेत्र की है जहां पांच शिक्षकविहीन और 15 एकल विद्यालय हैं।


बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार ने बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल के 27 अक्तूबर के पत्र के क्रम में विस्तारित नगरीय सीमा के स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों से विकल्प/सहमति लेकर नगरीय क्षेत्र के अध्यापकों के संवर्ग में सम्मिलित करने की प्रक्रिया शुरू की है। बीएसए ने यू-डायस पोर्टल के आंकड़ों को खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजते हुए एकल एवं अध्यापक विहीन विद्यालयों की रिपोर्ट मांगी है।

एक शिक्षक के सहारे छह से आठ तक के 273 बच्चे : प्रयागराज। यू-डायस रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय संसारपुर कोरांव में कक्षा छह से आठ तक के 273 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए केवल एक शिक्षक तैनात हैं।

कोरांव के ही उच्च प्राथमिक विद्यालय अमिलिया पाल में 133, उच्च प्राथमिक विद्यालय शाहपुर धनुपुर के 120 और उच्च प्राथमिक विद्यालय पूरे मथुरा दास के 110 बच्चों को पढ़ाने के लिए किसी शिक्षक की तैनाती नहीं है। यहां दूसरे स्कूल के शिक्षक को संबद्ध करके काम चलाया जा रहा है। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय करैलाबाग कॉलोनी दो के 148, कंपोजिट स्कूल राजापुर के 115, उच्च प्राथमिक विद्यालय खूंटा मेजा के 113, उच्च प्राथमिक विद्यालय देवीबांध कोरांव के 111, उच्च प्राथमिक विद्यालय नारीबारी शंकरगढ़ के 107, उच्च प्राथमिक विद्यालय गर्ल्स हाता मांडा के 102 बच्चों को पढ़ाने के लिए केवल एक-एक शिक्षक हैं।

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