प्रयागराज। परिषदीय विद्यालयों में चल रही अर्धवार्षिक परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों ने विषय विशेषज्ञों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कक्षा आठ की हिंदी परीक्षा में ‘आग’ का पर्यायवाची पूछते हुए विकल्प में ‘अग्नि’ और ‘ज्वाला’ दोनों दे दिए गए, जिससे विद्यार्थी भ्रमित हो गए। कक्षा तीन से पांच तक नैतिक शिक्षा व कार्य अनुभव का प्रश्नपत्र ही नहीं पहुंचा। कई जगह शिक्षकों ने ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिखवाए या मौखिक परीक्षा ली। कक्षा आठ की पर्यावरण परीक्षा में भी पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे गए।


0 टिप्पणियाँ