प्रयागराज : प्रदेश के एडेड माध्यमिक कालेजों की प्रवक्ता (पीजीटी) व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती 2020 में रिक्त पदों की संख्या और बढ़ सकती है। 15508 पदों के विज्ञापन में अधिकांश तदर्थ शिक्षकों के पदों को खाली मानते हुए जिला विद्यालय निरीक्षकों ने अधियाचन भेजा है फिर भी बड़ी संख्या में तदर्थ शिक्षक ऐसे भी हैं जिनका विज्ञापन में जिक्र नहीं है। उनकी ओर से आनलाइन आवेदन और उसका डीआइओएस से सत्यापन होने पर वह अधियाचन हो जाएगा। यही नहीं, आवेदन न करने वाले तदर्थ शिक्षकों को बिना मुकाबले के ही बाहर होना पड़ सकता है और इस बार उन्हें कोर्ट से भी राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने अशासकीय सहायताप्राप्त माध्यमिक कालेजों की बड़ी भर्ती का ऐलान किया है। इसमें कालेजों में रिक्त अधिकांश पद शामिल हैं। तदर्थ शिक्षक नहीं जानते कि उनका पद खाली मानकर अधियाचित है या नहीं। ऐसे में यदि चयन बोर्ड उनके पद के सापेक्ष प्रतियोगी का चयन करके संबंधित कालेजों में भेजेगा तो उसे कार्यभार ग्रहण कराना पड़ेगा। हाईकोर्ट ने अब तक तदर्थ शिक्षकों को इसलिए राहत दी थी कि चयन बोर्ड से चयनित कालेज नहीं पहुंचा था। शासन भी लगातार इसकी मानीटरिंग कर रहा है कि जिन अभ्यर्थियों का चयन हो उन्हें नियुक्ति हर हाल में दी जाए। चयन बोर्ड की ओर से जारी विज्ञापन में कहा गया है कि शीर्ष कोर्ट के संजय सिंह केस में तदर्थ शिक्षक के रूप में कार्यरत अभ्यर्थियों के प्राप्त होने वाले अधियाचन से पदों की संख्या बदल सकती है।
वेतन भुगतान से सेवाकाल का आकलन : तदर्थ शिक्षक के रूप में की गई सेवा अवधि की गणना राजकीय कोषागार की ओर से वेतन भुगतान की तारीख से एक जुलाई 2020 के मध्य की जाएगी। भर्ती में प्रतियोगियों की अर्हता आवेदन की अंतिम तारीख तक पूरी होनी चाहिए। यानी सभी अभ्यर्थियों का 30 नवंबर तक संबंधित विषय व पद के योग्य होना जरूरी है।
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