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गंभीर दिव्यांग बच्चों के जीवन में गुरुजी घर जाकर भरेंगे शिक्षा का दिव्य प्रकाश

रामपुर। अब गंभीर दिव्यांग बच्चों को शिक्षक घर पर ही पढ़ाएंगे। ऐसे बच्चों को शिक्षण सामग्री भी मिलेगी। जिलों में विशेष प्रशिक्षक व फिजियोथेरेपिस्ट उनके घर जाकर बच्चों को शिक्षण व प्रशिक्षण देंगे। होम बेस्ड एजुकेशन का लाभ उन बच्चों को ही मिल सकेगा जो दिव्यांगता के कारण विद्यालय आने में असमर्थ हैं। ये पहल स्कूल से दूर बच्चों को शिक्षित करने की है। मंडल में 745 गंभीर दिव्यांग बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।

केंद्र सरकार ने समेकित शिक्षा योजना में ऐसे दिव्यांग बच्चे जो गंभीर हैं, उन्हें घर पर ही शिक्षा ग्रहण कराने का निर्णय लिया है। प्रदेश में इस वर्ष होम बेस्ड एजुकेशन के तहत गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देने के लिए तीन करोड़ 21 लाख रुपये स्वीकृत किया है, ताकि उनकी घर पर ही पढ़ाई की व्यवस्था हो सके। गंभीर रूप से दिव्यांग 9173 बच्चों के लिए घर पर ही पढ़ाई की व्यवस्था शुरू की जाएगी।

मंडल के 745 गंभीर दिव्यांग बच्चों मिलेगा लाभः मुरादाबाद मंडल में 745 गंभीर दिव्यांग बच्चे हैं जो स्कूल में नहीं आ सकते। इस कारण यह बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। योजना के तहत ऐसे दिव्यांग बच्चों को जिलों में विशेष प्रशिक्षक व फिजियोथेरेपिस्ट को घर पर पढ़ाने के लिए रखा जाएगा। हर बालक बालिका को 3500 रुपये की शिक्षण सामग्री दी जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश हैं कि शिक्षण सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से ही खरीदी जाए। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षण सामग्री की सूची भी जारी की है, ताकि उसी के अनुरूप खरीद हो सके। विशेष प्रशिक्षक शिक्षण सामग्री की सूची तैयार कर बीएसए को सौंपेंगे। सामग्री के लिए हर जिले में रजिस्टर बनेगा, उसमें बालक-बालिका वार दी जाने वाली सामग्री दर्ज होगी।

-स्कूल महानिदेशक के आदेश प्राप्त होने के बाद जिला समन्वयक समेकित शिक्षा को ऐसे बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षक और फिजियोथेरेपिस्ट तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे गंभीर दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी जाएगी।


-कल्पना सिंह, BSA

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