उत्तर प्रदेश के युवाओं में आक्रोश बढ़ता दिख रहा है।सरकार के मनमाने रवैया एवं युवाओं की अनदेखी रवैया से युवाओं का खेमा नराज है।जिस तरीके से टेट का पेपर लीक होने के बाद निरस्त हुआ है उसको लेकर युवाओं में काफी नाराजगी देखी जा रही है। लोग उम्मीद लगाए बैठे थे कि टेट परीक्षा के बाद नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी होगा लेकिन एक बार फिर युवाओ की उम्मीदों पर पानी फिर गया।युवा बेरोजगार मंच के संस्थापक राकेश पाण्डेय उर्फ बंटी पाण्डेय का कहना है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने में विलम्ब कर रही है उन्होंने आरटीआई का हवाला देते हुए बताया कि यूपी में प्राथमिक शिक्षक के 173795 पद खाली हैं। उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती एक अभिशाप है यहाँ शिक्षक भर्ती के साथ सियासत और वोट बैंक से जोड़ कर देखा जाता है। प्रदेश के बेरोजगार युवा ट्वीट के माध्यम से एवम सड़को पर आंदोलन करके प्रदेश की योगी सरकार से मांग कर रहे हैं कि प्राथमिक विद्यालयों में सरकार विज्ञापन जारी करें,लेकिन 1.5 साल से केवल सरकार और सरकार के अधिकारी केवल बेरोजगार युवाओं के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के जीवन को मजाक बना दिया है।नौकरी एवं भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवाओं कि जिन्दगी बर्बाद कर रहें हैं।
जबकि प्रदेश में 1 लाख 15 हजार प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक के डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं, यहाँ 10 लाख प्रशिक्षु सरकार से नयी भर्ती का मांग कर रहे हैं। यहाँ केवल प्रशिक्षु के साथ राजनीति हो रही है। बेरोजगार युवा आत्म हत्या करने पर विवश है।बस सरकारे बदल रही लेकिन सबकी स्थिति वही है।जुमला और केवल जुमला। राकेश पाण्डेय ने बताया कि अगर प्राथमिक शिक्षक भर्ती नहीं आई तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका असर देखना पड़ेगा। युवा भी जाग चुके हैं और एकजुट भी हो चुके हैं,अगर जो सरकार उनको रोजगार देगी उन्ही के साथ युवा भी अपना समर्थन देंगे।