Education breaking news :- निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड के शुल्क का हो निर्धारण, 50 हजार से 80 हजार के बीच हो दो वर्षों का शुल्क, शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
शिवम प्रियदर्शी, शिक्षा संवाददाता
पटना : बिहार के सरकारी व निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड सत्र 2022-24 में नामांकन फिर से शुरू होने को है। बता दें कि वर्तमान में बिहार में 66 सरकारी तथा 300 के करीब गैर सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज है।जिसमें पहले नामांकन मेधा अंको के आधार पर होती थी लेकिन इस बार प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगी।
वर्तमान में सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के डीएलएड के वार्षिक शुल्क निर्धारित है तो वही निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में मनमाने तरीके से शुल्क लिया जा रहा है। मालूम हो कि सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में नामांकित डीएलएड विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष में 11500 तो द्वितीय वर्ष में 8500 शुल्क लिया जाता है तो वही निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में एक लाख से दो लाख तक शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।बिहार के बहुत से ऐसे निर्धन विद्यार्थी है जो मेधावी होते हुए भी आर्थिक तंगी के कारण डीएलएड नहीं कर पाते है। निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज मनमाने तरीके से शुल्क लेकर कहीं न कहीं सरकार को भी नुकसान पहुंचा रही है। निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड के दो वर्षों का शुल्क निर्धारण करने के संबंध में टीचर्स एकेडमी ग्रुप के फाउंडर शिवम प्रियदर्शी ने बिहार के मुख्यमंत्री व शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया है।पत्र में कहा गया है कि बिहार के विद्यार्थियों के हित को देखते हुए निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड के दो वर्षों का शुल्क 50 हजार से 80 हजार रुपए का निर्धारण हो , जिससे निर्धन विद्यार्थी भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सके।