Students will come to school by doing homework without a book
लखीमपुर, । जिले के परिषदीय स्कूल इस बार 16 जून को खुल रहे हैं। खास बात यह है कि नवाचार करते हुए विभाग ने पहली बार गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क बच्चों को दिया था। निजी स्कूलों की तर्ज पर यह होमवर्क करके बच्चे स्कूल खुलने पर लाएंगे। शिक्षक होमवर्क की जांच करेंगे। पर अब सवाल यह है कि बिना कोर्स मिले बच्चे होमवर्क कैसे करके लाएंगे। नए शिक्षण सत्र में बच्चों को नया कोर्स नहीं मिल सका था। जिले के पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं बिना किताबों के ही होमवर्क करके लाएंगे।
19 मई को शिक्षण कार्य समाप्त होने के बाद बच्चों को ग्रीष्मावकाश दिया गया था। इस दौरान बच्चों को सभी विषयों में तैयार किया गया होमवर्क भी दिया गया। बच्चों से कहा गया कि जब ग्रीष्मावकाश के बाद बच्चे स्कूल आएं तो यह होमवर्क करके लाएं। जिले में कक्षा एक से आठ तक में पांच लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं। 3300 से अधिक बेसिक के स्कूल हैं। इन सभी बच्चों को होमवर्क करके लाना है। 16 जून से स्कूल खुल रहे हैं। बच्चों को कोर्स मिला नहीं तो आखिर बिना किताबें पढ़े बच्चे होमवर्क करके कैसे लाएंगे। हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों से वार्षिक परीक्षा के बाद परीक्षाफल वितरण के समय उनकी किताबें जमा करा ली गई थी। इन किताबों को नई क्लास में आए बच्चों को बांट दिया गया था। इन्हीं किताबों के आधार पर शिक्षण कार्य कराया गया और बच्चों को होमवर्क दिया गया है। नया कोर्स अभी आया नहीं है लेकिन ज्यादातर बच्चों के पास किताबें हैं।