The teacher got away with the money of the children's uniform, this way the exploits were executed
बिजनौर:
परिषदीय स्कूल के एक शिक्षक ने बच्चों के खातों में भेजे गए 1100- 1100 रुपये में से अभिभावकों से 500-500 रुपये अपने बताकर हड़प लिए। एक अभिभावक की शिकायत पर जांच हुई तो मामले को सही पाया गया। शिक्षक के खिलाफ विभाग में प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की गई है। शिक्षकों से अभिभावकों से लिए गए पैसे भी वापस कराए जाएंगे।
परिषदीय स्कूलों के बच्चों को सरकार की ओर से ही दो जोड़ी यूनिफार्म, एक जोड़ी जूते और मोजा, बैग और स्वेटर दिए जाते थे। कोरोना काल में बच्चों ने घर पर ही पढ़ाई की तो सरकार ने बच्चों के खातों में यह सब सामान खरीदने के लिए 1100-1100 रुपये भेजे। इस पैसे से अभिभावक बच्चों की जरूरत का सामान खुद ही खरीद सकते हैं।
अफजलगढ़ ब्लाक के गांव जाफ्तानगर के परिषदीय स्कूल में तैनात शिक्षक भूपेंद्र सिंह ने बच्चों के खातों में उनकी पढ़ाई के लिए आई इस रकम में से भी 500-500 रुपये ले लिए। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि सरकार द्वारा भेजी गई राशि में से 500 रुपये उनके बनते हैं। कुछ अभिभावकों से उन्होंने पैसे भी ले लिए। किसी ने इसकी लिखित शिकायत बीएसए कार्यालय में कर दी। जांच कराई गई तो दो अभिभावकों ने 500 रुपये शिक्षक भूपेंद्र सिंह द्वारा लेने की बात बताई । बीएसए जयकरण यादव ने इस मामले में और जांच बैठा दी है। जिन लोगों से शिक्षक ने पैसे लिए हैं, जांच कराकर उनके पैसे वापस कराए जाएंगे। इसके अलावा शिक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई है।
दो अभिभावकों ने शिक्षक के पैसे लेने की बात स्वीकारी है। शिक्षक का इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिन अभिभावकों से पैसे लिए गए हैं वे भी वापस कराए जाएंगे।
जयकरन यादव, बीएसए