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आधा घंटा लेट आने वाले नहीं जांच सकेंगे यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं

प्रयागराज यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्ष- 2023 की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी अंतिम दौर में हैं। मूल्यांकन के लिए केंद्रों के उप नियंत्रक प्रधानाचार्य, परीक्षक एवं उप प्रधान परीक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से शुरू करा दिया दिया है।

प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के परिक्षेत्र का प्रशिक्षण बुधवार को कराया जाएगा, जबकि वाराणसी परिक्षेत्र के साथ 16 मार्च को प्रशिक्षण कार्य संपन्न हो जाएगा। मूल्यांकन के संबंध में यूपी बोर्ड ने निर्देश पुस्तिका तैयार कराई है, जिसमें बताया गया है कि आधा घंटा विलंब से आने वाले परीक्षक से मूल्यांकन कार्य न लिया जाए।

यूपी बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 258 केंद्रों पर 18 मार्च से एक अप्रैल तक किया जाना है। इस अवधि में 3.19 करोड़ उत्तरपुस्तिकाएं 1,43933 परीक्षक जाँचेंगे। मूल्यांकन कार्य दो पालियों में किया जाएगा। पहली पाली का समय सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक तथा दूसरी पाली का समय दोपहर दो बजे से राम पांच बजे निर्धारित है।

निर्देश हैं कि जी परीक्षक निर्धारित समय से आधा घंटा विलंब से पहुंचेंगे, उनसे मूल्यांकन कार्य नहीं लिया जाएगा। उनके हिस्से की उत्तर पुस्तिकाएं अन्य परीक्षकों में समान रूप से दी बांट दी जाएंगी, जिसे वह शाम पांच बजे के बाद मूल्यांकित करेंगे।

एक पाली के लिए उत्तरपुस्तिकाएं एक बार में पहुंचा दी जाएंगी। मूल्यांकित की गई उत्तरपुस्तिकाओं की रेंडम चैकिंग कराई जाएगी, जिसमें विशेष रूप से देखा जाएगा कि अंकों का जोड़ सही हुआ है या नहीं पिछली बार स्क्रूटनी में यूपी की टापर लिस्ट बदल जाने को यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने गंभीरता से लिया है। हाईस्कूल में 30 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन प्रोजेक्ट कार्य के अनुसार विद्यालय की और से किया जाना था, लेकिन कई जनपदों से अभी इसके अंक वेबसाइट पर अपलोड नहीं हैं।

शून्य अंक पाने वालों की भी दोबारा जांचेंगे कॉपी, यूपी बोर्ड ने उप प्रधान परीक्षकों को दिए निर्देश, 90 फीसदी से अधिक नंबर पाने वाले छात्रों की उत्तरपुस्तिका जांचेंगे दोबारा, मूल्यांकन में गड़बड़ी पर हमेशा के लिए डिबार

258 केंद्रों पर 18 मार्च से जांची जाएंगी 10वीं-12वीं की कॉपियां

खास-खास

● प्रश्नोत्तरों का मूल्यांकन स्टेप मार्किंग के अनुसार किया जाए।
● हल सही होने परंतु मात्रक (यूनिट) न लिखने या अशुद्ध लिखने पर आंशिक अंक काटे जाएंगे।
● 1,43,933 परीक्षकों की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई गई है
● 3.19 करोड़ कॉपियां हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की जांची जाएंगी

प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2023 देने वाले जिन छात्र-छात्राओं को शून्य अंक मिलेंगे उनकी कॉपियां दोबारा जांची जाएंगी। बोर्ड ने पहली बार यह निर्णय लिया है ताकि अगर गलती से परीक्षक किसी छात्र को शून्य अंक दे दे या नंबर देना भूल जाए तो मूल्यांकन के दौरान ही इस गड़बड़ी को पकड़ा जा सके।

इसी के साथ सभी उप प्रधान परीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि पिछले सालों की तरह 90 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं की भी दोबारा जांच कर अपना हस्ताक्षर करेंगे। स्वच्छ और सुंदर हैंडराइटिंग पर एक अतिरिक्त अंक मिलेंगे लेकिन परीक्षक इस बात का ध्यान रखेंगे कि परीक्षार्थी का कुल प्राप्तांक, प्रश्नपत्र के पूर्णांक से अधिक न हो जाए।

यदि किसी परीक्षार्थी ने निर्धारित संख्या से अधिक प्रश्न खंडों को हल किया है तो जिस प्रश्न पर अधिक अंक मिल रहे हों उसे ही संज्ञान में लें। विज्ञान, गणित या तकनीकी विषय में उत्तर के स्टेप सही हैं लेकिन छात्र ने त्रुटिवश गलत उत्तर लिख दिया है तो भी शून्य अंक न देकर उत्तर के अनुरूप अपेक्षित अंक मिलेंगे। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने परीक्षकों से अपील की है कि इस सावधानी से कॉपियों का मूल्यांकन करें कि छात्र-छात्राओं का परीक्षाफल प्रभावित न हो।

मूल्यांकन में गड़बड़ी पर हमेशा के लिए डिबार

प्रयागराज। यूपी बोर्ड के मूल्यांकन को लेकर बुधवार को प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के उपनियंत्रकों की कार्यशाला बोर्ड मुख्यालय में हुई। सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने कहा कि शुचितापूर्ण मूल्यांकन एजेंडे में है। सचिव ने कहा कि मूल्यांकन कार्य में गड़बड़ी करने वाले शिक्षक हमेशा के लिए डिबार कर दिए जाएंगे। परीक्षक उत्तरपुस्तिकाओं में हर स्टेप पर नंबर दें। उन्होंने परीक्षकों को बेवजह नंबर न काटने की भी सलाह दी।

मूल्यांकन संबंधी निर्देश आडियो-वीडियो प्रेजेन्टेशन के माध्यम से भी दिया गया। क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव विभा मिश्रा ने कहा कि उत्तरपुस्तिकाओं का शुचितापूर्ण तरीके से मूल्यांकन कराने की जिम्मेदारी सभी की है। प्रयागराज परिक्षेत्र के अधीन लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, झांसी एवं चित्रकूट मंडलों के मूल्यांकन केंद्रों के उपनियंत्रकों ने कार्यशाला में भाग लिया।

यूपी बोर्ड : एक लाख से अधिक परीक्षक जाचेंगे 3.14 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं, प्रदेश में बनाए गए 258 मूल्यांकन केंद्र

प्रयागराज | उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य 18 मार्च से शुरू होना है, जो 1 अप्रैल तक समाप्त हो जाएगा। यूपी बोर्ड द्वारा मूल्यांकन के लिए प्रदेश में 258 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। जहां 1 लाख 43 हजार 933 परीक्षक हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे।

हालांकि यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 23 अप्रैल से शुरू होकर 5 मई तक चला था। वहीं उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर परीक्षकों का प्रशिक्षण शिविर भी 12 मार्च से शुरू हो चुका है। 14 मार्च को गोरखपुर, 15 मार्च को प्रयागराज व 16 मार्च को वाराणसी में प्रशिक्षण कार्य होगा । सभी परीक्षकों की जिम्मेदारी होगी कि वे त्रुटिपूर्ण उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन निर्धारित समय सीमा में करें, ताकि परीक्षाफल समय पर घोषित किया जा सके।

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