साइबर ठगों के जाल में कम पढ़े लिखे अब कम फंस रहे हैं, लेकिन ज्यादातर नौकरी पेशा, शिक्षक लोग लालच में आकर जालसाजी का शिकार हो रहे हैं। पिछले एक साल में जितने भी मामले सामने आए हैं, उनमें ज्यादातर शिक्षित ही लोग लालच में फंसे हैं। वहीं, देहात इलाके के लोग अब ओटीपी न बताने पर गाली देने या फिर धमकी देने की शिकायत लेकर पहुंचने लगे हैं। एक बार खाते से रुपये चले गए तो फिर महीनों इंतजार के बाद ही कुछ ही रुपये वापस आ पाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, जालसाज लोगों को फंसाने के लिए तरह-तरह से कोशिशें करते हैं। लेकिन, सबमें एक बात लगभग सामान्य है कि ओटीपी दिया हाता है। इसे लेकर पुलिस लंबे समय से जागरूक कर रही है। इसका असर देहात के इलाकों में ज्यादा देखने को मिला है। अब देहात में कम जालसाजी की घटनाएं होती हैं, जबकि शहर में घटनाएं बढ़ गई हैं।
रिटायर अधिकारी से लेकर शिक्षक तक आए दिन जालसाजी के शिकार हो रहे हैं। अब साइबर एक्सपर्ट लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया पर जालसाजी के बचाव की बातों को वायरल कर रहे हैं, ताकि इसे देखकर लोग बचे, लेकिन फिर भी आए दिन घटनाएं सामने आ रही है।
केस एक
अभी दो दिन पहले ही चिलुआताल इलाके के राप्ती नगर फेज एक निवासी प्रीतम भगत से जालसाजी का मामला सामने आया है। देवरिया जनपद के बीजीएम क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं। उन्होंने शाहपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि मई 2023 में उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया वह रिश्तेदार की आवाज समझ कर आरोपी से बात किया, आरोपी ने बताया कि मेरा यूपीआई नंबर नहीं है। मोबाइल भी घर छूट गया है। आगरा में एक शख्स से रुपये लेने आए हैं। आपके खाते में रुपये भिजवा दे रहे हैं। जालसाज अपने झांसे में लेकर पीड़ित के मोबाइल पर 50 हजार रुपये जमा होने की फर्जी मैसेज भेज दिया। इसके बाद उसने ओटीपी पूछकर जालसाजी कर ली।
केस दो
12 सितंबर 2023: शाहपुर इलाके के जेल रोड स्थित मधुसूदन अपार्टमेंट निवासी डॉ. जवाहर लाल के मोबाइल फोन पर जालसाज ने बिजली का फर्जी बिल भेजकर 60 हजार रुपये उड़ा दिए। शाहपुर पुलिस धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। डॉ. जवाहर के मुताबिक, 14 जुलाई की रात 9 बजे के करीब एक अनजान नंबर से बिजली का बिल जमा करने के लिए मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि बिल जमा नहीं करने पर आपके घर की बिजली काट दी जाएगी। इसके बाद जालसाजी हो गई।
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