प्रयागराज। पंडित जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज जलालपुर सिकंदरा में 27 वर्ष तक शिक्षक और प्रधानाचार्य रहे दिनेश कुमार उपाध्याय की नियुक्ति को अनियमित बता प्रबंधक ने 24 जून को कार्यमुक्त कर दिया है। एक जुलाई से विद्यालय की उपस्थिति रजिस्टर में उन्हें हस्ताक्षर नहीं करने दिया जा रहा है और वेतन रोक दिया गया है। इसके खिलाफ उन्होंने उच्च अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन वेतन जारी नहीं हुआ है।
माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड से चयनित दिनेश उपाध्याय की विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर 16 जुलाई 1997 को नियुक्ति हुई थी। उस समय उनका चयन सामान्य विषय के पद पर हुआ था। वरिष्ठता के आधार पर 2017 में उन्हें प्रधानाचार्य बना दिया गया। करीब चार दशक बाद विद्यालय प्रबंधक समिति का चुनाव 2022 में हुआ, तब प्रबंधक कृष्ण कुमार द्विवेदी बाहर हो गए। उनके भतीजे आशुतोष द्विवेदी प्रबंधक
बन गए।
पूर्व प्रबंधक कई आरोप लगाकर कोर्ट गए। फिलहाल, प्रबंधक बनने के बाद आशुतोष द्विवेदी ने जून 2023 में विद्यालय का ऑडिट करवाया। 1964 से संचालित इस विद्यालय का पहले कभी ऑडिट नहीं हुआ था। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी मदन लाल ने ऑडिट किया। उन्होंने सभी शिक्षकों की चयन संबंधी मामलों में कुछ न कुछ कमियां निकालीं। तत्कालीन प्रधानाचार्य दिनेश उपाध्याय की नियुक्ति के संबंध में
लिखा कि वह बीकॉम और बीएड किए हैं। उनकी नियुक्ति वाणिज्य विषय के अध्यापक के पद पर हुई है। इसके जवाब में उन्होंने सामान्य विषय का नियुक्ति पत्र दिखाया, लेकिन प्रबंधक नहीं माने। यह रिपोर्ट डीआईओएस के पास गई तो उन्होंने प्रबंधक से आख्या मांगी। प्रबंधक ने भेजा कि विद्यालय में वाणिज्य विषय नहीं है। इसलिए इनकी नियुक्ति अनियमित है। फिर 23 जून 2024 को प्रबंध समिति की बैठक की।
उसके बाद 24 जून को कार्यमुक्त कर दिया। उस पत्र में उन्होंने लिखा कि दिनेश कुमार सामाजिक विषय के शिक्षक हैं। उसके बाद एक जुलाई से वेतन नहीं बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रबंधक पर आर्थिक शोषण का आरोप लगाया। डीआईओएस से शिकायत की तो उन्होंने प्रबंधक को तीन बार बुलाया, लेकिन वह नहीं गए।
इसी विद्यालय में शिक्षक हैं एमएलसी सुरेंद्र चौधरी
बसपा नेता और एमएलसी सुरेंद्र चौधरी इसी विद्यालय में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक हैं। वह विद्यालय कभी-कभी जाते हैं, लेकिन उनका वेतन हर महीने जारी होता है। छठवीं से 12वीं तक के इस विद्यालय में 252 बच्चे पंजीकृत हैं और 12 शिक्षकों की तैनाती है। आउटसोर्स से भी दो शिक्षक तैनात किए गए हैं।
ऑडिट रिपोर्ट में उनकी नियुक्ति अनियमित बताई गई है। उसमें मेरा कोई दखल नहीं है। वह रिपोर्ट डीआईओएस को गई है। उन्होंने वेतन रोका है। आशुतोष द्विवेदी, प्रबंधक
कॉलेज के प्रबंधक और शिक्षक के बीच विवाद है। उसे सुलझाने के लिए बुलाया गया है। दोनों के बीच वार्ता करवाकर मामला सुलझाया जाएगा। पीएन सिंह, डीआईओएस
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