पडरौना में, परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं की पंजीकरण के अनुसार कम उपस्थिति पर सख्ती अपनाई जा रही है। शासन ने उपस्थिति में वृद्धि के आदेश जारी किए हैं। इसके लिए, शिक्षकों को डोर-टू-डोर अभियान चलाना होगा और अभिभावकों से संवाद करके उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।
जिले में 2464 परिषदीय स्कूल हैं, जिनमें लगभग तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं। नए शैक्षणिक सत्र से पहले, विभाग ने अधिक से अधिक बच्चों के पंजीकरण पर ध्यान केंद्रित किया। इससे बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई, परंतु अब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। विभाग द्वारा विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। निरीक्षण के समय, शिक्षा विभाग के अधिकारी छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए स्कूलों पर दबाव डाल रहे हैं। फिर भी, कई स्कूल ऐसे हैं जहां 70 प्रतिशत से भी कम बच्चे उपस्थित होते हैं, और कुछ स्कूलों में तो केवल 40 से 50 प्रतिशत बच्चे ही आ रहे हैं। इस पर शासन ने ध्यान दिया है और शिक्षकों को घर-घर जाकर अभियान चलाने और विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों सहित प्रधानाध्यापकों, प्रभारी प्रधानाध्यापकों, और शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाने हेतु घर-घर जाकर अभिभावकों से संवाद करें और उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित करें। - डॉ. रामजियावन मौर्या, बीएसए।
0 टिप्पणियाँ