लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों व उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्रों को भाषा व गणित में दक्ष बनाने के लिए अब डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) कोर्स के प्रशिक्षु दो चरणों में निपुण विद्यालयों का मूल्यांकन करेंगे। पहले अक्टूबर व दिसंबर और अगले वर्ष फरवरी में किया जाना था। अब इस महीने होने वाला मूल्यांकन रद कर दिया गया है। अब दिसंबर और अगले वर्ष फरवरी में ही मूल्यांकन किया जाएगा।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि विद्यालयों के दो चरणों में प्रभावी ढंग से निपुण मूल्यांकन की व्यवस्था की जाए। केंद्र सरकार ने लक्ष्य में संशोधन किया है। प्रेरणा पोर्टल और बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से इन डीएलएड प्रशिक्षुओं को डाटा उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसे स्कूल जहां 80 प्रतिशत छात्र भाषा व गणित में दक्ष होंगे उन्हें निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षुओं की ओर से किए जाने वाले मूल्यांकन का टास्क फोर्स के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा। फिलहाल सभी जिलों को अपने- अपने स्तर पर तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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