Lakhimpur-khiri: परिषदीय स्कूलों की मानीटरिंग के लिए शासन ने हर महीने अफसरों का टारगेट तय किया है। अफसरों को हर महीने पांच-पांच स्कूलों का निरीक्षण करना है। सीएम डैशबोर्ड पर इसको लेकर रैंकिंग जारी की जाती है। डीएम, सीडीओ तो हर महीने स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन एसडीएम से लेकर नायब तहसीलदार तक इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे जिले की रेंकिंग प्रभावित हो सकती है। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने निरीक्षण न करने वाले करीब 56 अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। प्रेरणा पोर्टल पर हर महीने अफसरों को पांच-पांच स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट भरनी होती है।
इसी के आधार पर सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग जारी की जाती है। स्कूलों का निरीक्षण न करने पर डीएम ने अफसरों को नोटिस जारी की है। इसमें लखीमपुर, धौरहरा, गोला, मितौली, निघासन व पलिया के एसडीएम को नोटिस जारी की है। एसडीएम ने स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया है। इसके अलावा बिजुआ, कुंभी गोला, लखीमपुर, मोहम्मदी, नकहा, पलिया, पसगवां व फूलबेहड़ के बीडीओ को भी स्कूल निरीक्षण न करने पर नोटिस जारी की गई है। वहीं एमओआईसी ने भी स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया है। इसके अलावा एडीओ पंचायत, सीडीपीओ, पूर्ति निरीक्षकों व नायब तहसीलदारों को नोटिस जारी की गई हैं। बताया जाता है कि पूर्ति निरीक्षक व नायब तहसीलदार हर महीने स्कूल निरीक्षण का निर्धारित टारगेट पूरा नहीं करते हैं। डीएम ने नोटिस के माध्यम से निर्देश दिया है कि स्कूल निरीक्षण का लक्ष्य समय से पूरा करें। लक्ष्य पूरा न करने पर अगर जिले की रैंकिंग प्रभावित हुई तो जवाबदेही तय की जाएगी।


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