लखनऊ, । प्राइमरी स्कूलों के बंद पड़े टैबलेट गुरुवार को रीचार्ज होने के बाद चालू हो गए। टैबलेट के चलने से आईसीटी लैब शुरू हुईं। साथ ही बंद पड़ी 100 स्कूलों की स्मार्ट क्लास में शुक्रवार से हजारों बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे।
इसके अलावा प्रधानाध्यापक और शिक्षक बच्चों की अपार आईडी बनाने, विभागीय ऐप व पोर्टल समेत ऑनलाइन काम व सूचनाएं भी भेज सकेंगे। प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक और बच्चों की समस्या को लेकर आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने गुरुवार के अंक में ‘टैबलेट के सिम रीचार्ज न होने से 100 स्कूलों की स्मार्ट क्लास बंद’ शीर्षक से प्रकाशित की। खबर प्रकाशित होने के बाद शासन और बेसिक शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने इस प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान लिया। फौरन बीएसए को बंद पड़े टैबलेट के सिम तुरंत रीचार्ज कराकर शुरू कराने के निर्देश दिये।
बीएसए विपिन कुमार ने सिम मुहैया कराने वाली कम्पनी के जिम्मेदारों को बुलाकर बंद पड़े तीन हजार से अधिक सिम कुछ घंटे में शुरू कराए। बीएसए कार्यालय के अधिकारियों ने स्कूलों से संपर्क कर सिम शुरू होने की पुष्टि भी की। प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने खुशी जतायी और सभी ने इस प्रकरण को उठाने के लिये ‘हिन्दुस्तान’ की पहल को सराहा और आभार जताया।
स्कूलों में दिये गए टैबलेट के सिम रीचार्ज न होने से करीब 100 प्राइमरी स्कूलों की स्मार्ट क्लास बंद हो गई थी। बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे। बीएसए कार्यालय ने स्कूलों को मिली कम्पोजिट ग्रांट से सिम रिचार्ज के रुपये की कटौती कर ली थी लेकिन अप्रैल से जून तक सिम रिचार्ज नहीं कराया। शिक्षक स्मार्ट कक्षाओं का संचालन नहीं कर पा रहे थे। अपार आईडी, विभागीय ऐप, पोर्टल समेत ऑनलाइन काम नहीं कर पा रहे थे।
100 प्राइमरी स्कूलों में आईसीटी लैब बनी
बेसिक शिक्षा विभाग ने छात्रों को स्मार्ट क्लास में पढ़ाने और डिजिटल कौशल सिखाने व आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिये शहर के 100 प्राइमरी स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित की थी। छात्र स्मार्ट क्लास में पढ़ाई कर रहे थे। अप्रैल में टैबलेट के सिम का रीचार्ज खत्म होने पर इंटरनेट की सुविधा बंद होने से स्मार्ट क्लास का संचालन ठप्प हो गया। अब सिम रीचार्ज होने के बाद टैबलेट काम करने लगे हैं। शुक्रवार से स्मार्ट क्लास का संचालन समेत दूसरे काम होंगे।


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