लखनऊ, बीकेटी के सैरपुर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज की प्रभारी प्रधानाचार्या के छात्र को पीटने की बात जांच में सही मिली है। जांच अधिकारियों को छात्र के चेहरे व उंगली पर चोट के निशान मिले हैं। अधिकारियों ने रिपोर्ट में बच्चों से स्कूल में झाड़ू लगवाने, वॉशरूम के इस्तेमाल के बदले पांच रुपये शुल्क लेने का जिक्र भी किया है। जांच कमेटी ने मंगलवार को प्रकरण की रिपोर्ट डीआईओएस को सौंप दी है।
अब डीआईओएस रिपोर्ट के आधार पर प्रधानाचार्या के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति के लिये माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजेंगे। मंगलवार को प्रधानाचार्या स्कूल नहीं आईं। रोज की तरह बच्चों को शिक्षकों ने पढ़ाया।
राजकीय इंटर कॉलेज में सोमवार को परिसर में तय स्थल के इतर साइकिल खड़ी करने पर प्रभारी प्रधानाचार्या के कुछ छात्रों के पीटे जाने से भड़क गए। नाराज छात्र कक्षाओं करीब छह घंटे तक प्रदर्शन किया था। पुलिस और क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला ने स्कूल पहुंचकर बच्चों को शांत कराया था।
प्रधानाचार्या बिना बताए स्कूल से गायब रहीं
राजकीय इंटर कॉलेज की प्रभारी प्रधानाचार्या शीला चौहान मंगलवार को बिना बताए स्कूल से गायब हो गई हैं। प्रधानाचार्या ने न लिखित अवकाश लिया और न ही किसी शिक्षक को चार्ज दिया। जीआईसी सैरपुर में 216 छात्र और छात्राएं पंजीकृत हैं। स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिये पांच स्थायी शिक्षक, दो कांटेक्ट व दो एनजीओ के तहत तैनात हैं। प्रधानाचार्या के खौफ से बच्चे ही नहीं शिक्षक भी परेशान हैं। शिक्षकों का कहना है कि एक वर्ष पहले स्थायी प्रधानाचार्या के न होने पर वरिष्ठ शिक्षिका शीला चौहान ने प्रभारी प्रधानाचार्या का कार्यभार संभाला था।
कमेटी ने जांच कर रिपोर्ट मंगलवार को सौंप दी है। ये रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजी जाएगी। वहां से जो भी कार्रवाई के निर्देश मिलेंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी-राकेश कुमार, डीआईओएस


0 टिप्पणियाँ