प्रयागराज : अनुदानित महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की तैयारी कर रहे लोगों की मुराद जल्द पूरी होगी। उनके लिए नवीन अवसर सुनहरा भी होगा क्योंकि आगामी भर्ती अब तक की सर्वाधिक रिक्तियों वाली आने के आसार हैं। उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय पिछले स्थगित हुए सभी विज्ञापनों (विज्ञापन संख्या 38, 44 और 45) के पदों को समाहित कर अधियाचन उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानी यूपीएचईएससी को भेजने की तैयारी कर रहा है। एक साल से लंबित 534 पदों के अधियाचन को निरस्त कर अगली भर्ती 2500 या इससे अधिक पदों पर हो सकती है।
यूपीएचईएससी में उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के 534 पदों का अधियाचन पिछले साल फरवरी में भेजा था। लेकिन, आरक्षण में कुछ गड़बड़ी के चलते यह भर्ती रोक दी गई थी। जो अब तक लंबित है। इस अधियाचन पर भर्ती होना अब काफी मुश्किल है क्योंकि उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय ने इसी माह विज्ञापन संख्या 46 के तहत चयनित शेष तीन विषयों के 315 असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र दिया है। जबकि उससे पहले मानदेय पर कार्यरत 684 शिक्षकों का विनियमितीकरण किया गया है। इन दोनों प्रक्रिया के बाद महाविद्यालयों से निदेशालय पहुंची रिक्तियों की संख्या वर्तमान में करीब 2500 है। यह संख्या इतनी अधिक इसलिए भी है क्योंकि 2004 में विज्ञापन संख्या 38 व 2009 में विज्ञापन संख्या 44 व 45 के अंतर्गत मिले अधियाचन पर भर्तियां न्यायालय में वाद विचाराधीन होने के चलते नहीं हो सकी थीं। अब उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय इस प्रयास में है कि असिस्टेंट प्रोफेसर की अगली भर्ती स्थगित चल रहे सभी विज्ञापनों के पदों को समाहित करते हुए करवाई जाए। एक अनुमान के अनुसार आगामी भर्ती 2500 या इससे अधिक पदों पर हो सकती है। इसकी कार्ययोजना बनने पर आसार जताए जा रहे हैं कि जिन 534 पदों का अधियाचन पहले से ही यूपीएचईएससी में है उसे निरस्त कर दिया जाएगा क्योंकि इसका अभी विज्ञापन नहीं निकाला गया है।
यूपीएचईएससी में उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के 534 पदों का अधियाचन पिछले साल फरवरी में भेजा था। लेकिन, आरक्षण में कुछ गड़बड़ी के चलते यह भर्ती रोक दी गई थी। जो अब तक लंबित है। इस अधियाचन पर भर्ती होना अब काफी मुश्किल है क्योंकि उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय ने इसी माह विज्ञापन संख्या 46 के तहत चयनित शेष तीन विषयों के 315 असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र दिया है। जबकि उससे पहले मानदेय पर कार्यरत 684 शिक्षकों का विनियमितीकरण किया गया है। इन दोनों प्रक्रिया के बाद महाविद्यालयों से निदेशालय पहुंची रिक्तियों की संख्या वर्तमान में करीब 2500 है। यह संख्या इतनी अधिक इसलिए भी है क्योंकि 2004 में विज्ञापन संख्या 38 व 2009 में विज्ञापन संख्या 44 व 45 के अंतर्गत मिले अधियाचन पर भर्तियां न्यायालय में वाद विचाराधीन होने के चलते नहीं हो सकी थीं। अब उप्र उच्च शिक्षा निदेशालय इस प्रयास में है कि असिस्टेंट प्रोफेसर की अगली भर्ती स्थगित चल रहे सभी विज्ञापनों के पदों को समाहित करते हुए करवाई जाए। एक अनुमान के अनुसार आगामी भर्ती 2500 या इससे अधिक पदों पर हो सकती है। इसकी कार्ययोजना बनने पर आसार जताए जा रहे हैं कि जिन 534 पदों का अधियाचन पहले से ही यूपीएचईएससी में है उसे निरस्त कर दिया जाएगा क्योंकि इसका अभी विज्ञापन नहीं निकाला गया है।