68500 सहायक अध्यापक भर्ती में कोर्ट के आदेश पर हुआ चयन सूची परीक्षा संस्था में लंबित, दो माह में नियुक्ति करने का था आदेश, शासन को नहीं भेजे नाम अभ्यर्थियों का परीक्षा नियामक कार्यालय के सामने प्रदर्शन
परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा, पुनमरूल्यांकन परिणाम पहले ही आ चुका है। उसमें करीब 46 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे, उसके बाद अभ्यर्थियों ने दोबारा मूल्यांकन को हाईकोर्ट में चुनौती दी। इसमें भी करीब दो दर्जन अभ्यर्थी तय कटऑफ पाने में सफल हो रहे हैं। कोर्ट ने उनकी नियुक्ति दो माह में करने का आदेश दिया लेकिन, अब तक परीक्षा संस्था से चयनितों की सूची भेजी नहीं गई है।
अभ्यर्थी अनिरुद्ध नारायण शुक्ल ने बताया कि कोर्ट के आदेश की मियाद दो जून को ही पूरी हो चुकी है। इस बीच व अन्य सफल अभ्यर्थी लगातार परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव से मिलकर जल्द नियुक्ति देने की कई बार मांग कर चुके हैं। हर बार उन्हें आश्वासन दिया गया है लेकिन, चयन सूची शासन को ही भेजी नहीं गई है।
सोमवार को नियुक्ति मांगने अभ्यर्थी कार्यालय पहुंचे और पता चला कि अब तक सूची नहीं भेजी गई है तो उन्होंने प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि यह कोर्ट के आदेश की अवमानना है। ऐसे अभ्यर्थियों की तादात करीब 40 से अधिक है। अभ्यर्थी अब अवमानना याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो परीक्षा संस्था अन्य अभ्यर्थियों की दावेदारी को देखते हुए ही चयन सूची भेजने से कतरा रही है। इस मामले में विधिक राय ली जा रही है। उसके बाद ही आगे कदम बढ़ाया जाएगा।
अभ्यर्थी अनिरुद्ध नारायण शुक्ल ने बताया कि कोर्ट के आदेश की मियाद दो जून को ही पूरी हो चुकी है। इस बीच व अन्य सफल अभ्यर्थी लगातार परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव से मिलकर जल्द नियुक्ति देने की कई बार मांग कर चुके हैं। हर बार उन्हें आश्वासन दिया गया है लेकिन, चयन सूची शासन को ही भेजी नहीं गई है।
सोमवार को नियुक्ति मांगने अभ्यर्थी कार्यालय पहुंचे और पता चला कि अब तक सूची नहीं भेजी गई है तो उन्होंने प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि यह कोर्ट के आदेश की अवमानना है। ऐसे अभ्यर्थियों की तादात करीब 40 से अधिक है। अभ्यर्थी अब अवमानना याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो परीक्षा संस्था अन्य अभ्यर्थियों की दावेदारी को देखते हुए ही चयन सूची भेजने से कतरा रही है। इस मामले में विधिक राय ली जा रही है। उसके बाद ही आगे कदम बढ़ाया जाएगा।