लखनऊ: नई शिक्षा नीति 2020 के तहत सभी राज्य अपना पाठ्यक्रम खुद तैयार कर सकेंगे। उन्हें अपनी स्थानीय भाषा में पाठ्यक्रम तैयार कराने की छूट दी जाएगी। इससे राज्य की स्थानीय भाषा का प्रसार होगा और विद्यार्थी पढ़ने और शिक्षक उन्हें पढ़ाने में रुचि भी लेंगे।
नई शिक्षा नीति पर सोमवार को आयोजित वेबिनार में एससीईआरटी की अतिरिक्त निदेशक प्रो. चंद्रलेखा शुक्ला ने नई नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का 50 घंटे का प्रशिक्षण कराए जाने की भी योजना है। उन्होंने कई अन्य ¨बदुओं पर शिक्षकों और अभिभावकों को जानकारी दी। कहा कि नई शिक्षा नीति में बच्चों के कौशल का पूरी तरह विकास किया जाएगा। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य बच्चों का सर्वागीण विकास है। कुम्हरावां इंटर कॉलेज के प्रवक्ता पवन तिवारी ने विभिन्न स्तरों पर विभिन्न विषयों का चुनाव किस प्रकार किया जाएगा, इस पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की प्रवक्ता वंदना तिवारी ने किया। कार्यक्रम में डॉ. भगवती पाठक, अनीता सक्सेना, दीप्ति विश्वकर्मा, मधु रस्तोगी, आशा रानी यादव, प्रमिला समेत अन्य शिक्षकों ने भाग लिया।