लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन और शिक्षकों को प्रशिक्षण देने वाले स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) और अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को अपने मूल स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना पड़ेगा।
अब यह रोजाना दो घंटे स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ अन्य सर्वेक्षण से जुड़े काम करने होंगे। निपुण लक्ष्य को पाने के लिये 2021 में विषयवार 50 शिक्षक एआरपी और तीन शिक्षक एसआरजी बनाए गए थे। बीएसए राम प्रवेश ने बताया कि 10 दिन 20 स्कूलों का सर्वेक्षण इन्हें करना होगा साथ ही स्कूल में भी पढ़ाना होगा।
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