प्रयागराज।समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का वर्ष-2024 का परीक्षा कैलेंडर विगाड़ दिया है।
आयोग के कैलेंडर में पीसीएस और आरओ/एआरओ जैसी प्रमुख परीक्षाओं के शामिल होने के बावजूद यह असमंजस बना हुआ है कि परीक्षाएं समय से कराई जा सकेंगी या नहीं।
इस वर्ष 11 फरवरी को हुई आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा- 2023 से पहले सबकुछ ठीक चल रहा था। परीक्षाएं कैलेंडर के अनुरूप निर्धारित समय पर आयोजित की जा रही थीं, लेकिन आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा की दो पालियों में पेपर लीक होने के बाद यह परीक्षा निरस्त कर दी गई।
कुछ ही दिन बाद कैलेंडर में
शामिल आगामी पांच परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया, जिनमें प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 भी शामिल थी।
यह परीक्षा आयोग के कैलेंडर में अब 27 अक्तूबर-2024 को प्रस्तावित है, लेकिन परीक्षा तिथि और परीक्षा के प्रारूप को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
पर्याप्त संख्या में केंद्रों की अनुपलब्धता के कारण अब तक तय नहीं हो सका है कि यह परीक्षा एक दिन में होगी या दो दिन में पूरी कराई
जाएगी। आशंका तो परीक्षा टलने की भी जताई जा रही है।
अभ्यर्थी भी उहापोह की स्थिति में हैं और उनकी परीक्षा से संबंधित तैयारी प्रभावित हो रही है। परीक्षा के आयोजन को एक माह से कम वक्त बचा है और आयोग ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
इस बीच आयोग ने प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के मद्देनजर आरओ/एआरओ- 2023 की प्रारंभिक परीक्षा योजना में भी संशोधन कर दिया है। यह परीक्षा आयोग के कैलेंडर में 22 दिसंबर- 2024 को प्रस्तावित है।
अब दो के बजाय एक प्रश्नपत्र की प्रारंभिक परीक्षा होगी। वहीं, केंद्र निर्धारण के नियम सख्त होने के कारण आयोग को कम से कम तीन सत्रों यानी डेढ़ दिन में यह परीक्षा पूरी करानी होगी। ऐसे में आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा की तिथि में भी आयोग को परिवर्तन करना पड़ सकता है। ब्यूरो
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